Giridih : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) गिरिडीह अनुमंडल ने 29 सितंबर को दशहरा के मौके पर परेड किया. सभी स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में थे. स्वयंसेवक कदम से कदम मिलाते हुए एक स्वर में देश भक्ति के गीत गा रहे थे. परेड के दौरान रास्ते में कई जगह सामाजिक कार्यकर्ताओं ने स्वयंसेवकों पर पुष्पवर्षा की. शहर के प्रमुख मार्ग होते हुए परेड श्याम मंदिर पहुंचकर समागम में परिवर्तित हो गया. श्याम मंदिर में प्रांत शारीरिक प्रमुख कुणाल, विभाग संघचालक अर्जुन मिष्टकार, जिला संघचालक बृजनंदन प्रसाद ने संयुक्त रुप से मां दुर्गा एवं भारत माता की चित्र पर पुष्प अर्पित किए. इस अवसर पर शस्त्र पूजन भी किया गया.
प्रांत शारीरिक प्रमुख कुणाल ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि अभी दशहरा चल रहा है. विजयादशमी के दिन वर्ष 1925 में डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने संघ की स्थापना नागपुर में की थी. तीन वर्ष के बाद संघ स्थापना का शताब्दी वर्ष मनाया जाएगा. संघ हिंदू धर्म, हिंदू संस्कृति और हिंदू समाज के लिए समर्पित है. इसकी पहचान इसकी नित्य शाखा है. शाखा में होने वाले छोटे-छोटे कार्यक्रमों के माध्यम कार्यकर्ताओं का निर्माण किया जाता है. यही कार्यकर्ता देश को दिशा देते हैं. संघ की स्थापना किसी के विरोध में नहीं हुई बल्कि राष्ट्र एवं संस्कृति की रक्षा के लिए की गई. आज विश्व भारत की ओर आशा भरी नजरों से देख रहा है. संघ विकट परिस्थितियों में भी जिम्मेवारी के साथ कार्य पूरा करती है.
मौके पर आशुतोष, मुकेश रंजन सिंह, संजीव शर्मा, राजेश शर्मा, नलिन कुमार, धर्मवीर, सचिन बर्मन, संदीप खंडेलवाल. संतोष खत्री, सोनू गुप्ता, शुभेंदू चंदन, अरविंद त्रिवेदी. डॉ. सतीश्वर प्रसाद सिन्हा, प्रदीप जैन, दिनेश यादव, अनूप यादव, शिवकुमार चौधरी, विनोद केसरी समेत सैकड़ों की संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित थे. संघ प्रार्थना के साथ उत्सव का समापन हुआ.
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