LagatarDesk : संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू होने वाला है. ऐसे में सरकार संसद में कृषि कानून, क्रिप्टोकरेंसी सहित 26 बिल को पेश करने वाली है. केंद्र सरकार संसद में बैंकिंग लॉ अमेंडमेंट बिल ला सकती है. इससे सरकार दो पीएसयू बैंकों का निजीकरण कर सकती है. ये दो पीएसयू बैंक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक है.
निजीकरण की खबर से दोनों बैंकों के शेयरों में उछाल
रिपोर्ट की मानें तो सरकार विंटर सेशन में बैंकिंग कानून में बदलाव कर सकती है. जैसे ही निजीकरण की खबर मीडिया में आयी. इसका असर शेयर बाजार में दिखने लगा. बुधवार को दोनों बैंकों के शेयर में 15 से 20 फीसदी तक उछाल नजर आया.
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आईओबी के शेयर 20 और सेंट्रल बैंक के शेयर 15 फीसदी तक चढ़े
निजीकरण की खबर से आज के कारोबार आईओबी के शेयर में 20 फीसदी की तेजी दर्ज की गयी. बीएसई पर इसके शेयर की कीमत 20 फीसदी चढ़कर 23.80 रुपये पर आ गयी. जबकि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शेयरों की कीमत 15 फीसदी उछलकर 23.65 रुपये के स्तर पर पहुंच गयी.
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वित्त मंत्री ने बजट 2021 में निजीकरण की घोषणा की थी
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2021 में दो सरकारी बैंकों के निजीकरण का ऐलान किया था. वित्त मंत्री ने घोषणा की थी कि चालू वित्त वर्ष में दो सरकारी बैंकों और एक इंश्योरेंस कंपनी का निजीकरण किया जाएगा. अब इस दिशा में काम शुरू हो गया है. इस विनिवेश और निजीकरण के जरिये सरकार 1.75 लाख करोड़ जुटाने वाली है. इसके अलावा LIC IPO लाने का भी ऐलान किया गया था. साथ में सरकार BPCL में अपनी हिस्सेदारी बेचकर भी फंड इकट्ठा करेगी.
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