LagatarDesk : ट्विटर पर “#modi_rojgar_do” काफी ट्रेड पर है. ट्विटर पर कुछ ही घंटों पहले किया गया ट्वीट काफी ट्रेंड पर है. इसके जरिये पीएम मोदी से रोजगार मुहैया कराने की मांग की जा रही है. इस ट्वीट्स को देखकर लगता है कि भारत के लिए GDP ग्रोथ ज्यादा जरुरी नहीं है. भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती बढ़ती बेरोजगारी बनने जा रही है.
Thanks @shayamrangeela for supporting our movement. support it 25 Feb also where we launch a mega campaign to raise our voice #modi_rojgar_दो #modi_rojgar_do pic.twitter.com/pS1lhcRz7x
— BEROJGAR RAMBABU JAT (@RAMBABUJAT12) February 22, 2021
#modi_rojgar_दो is trending at #1 #modi_rojgar_do . include both hashtags in every tweet..
— Gagan Pratap ?? (@GaganPratapMath) February 22, 2021
20 लाख से अधिक लोगों ने किया ट्वीट
बताया जा रहा है कि इस हैशटैग के जरिये 20 लाख से अधिक लोगों ने ट्ववीट किया हैं. ट्वीट्स की रफ्तार को देखकर लगता है कि मौजूदा सप्ताह के आने वाले दिनों में ट्वीट्स की संख्या और ज्यादा बढ़ सकती है.
#modi_rojgar_दो#modi_rojgar_दो #modi_rojgar_do we are trending no 2 let’s accelerate the tweet pic.twitter.com/IA0fzx9Nj7
— बेरोजगार_अंकित कौशल (@KaushalAnkit34) February 22, 2021
2019-20 में भारत में 3.5 करोड़ लोग हुए बेरोजगार
सेंटर ऑफ महेश व्यास के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2019-20 के वित्तीय वर्ष के दौरान भारत में 3.5 करोड़ लोग बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहे थे. लेकिन कोविड संकट ने स्थिति को विकराल बना दिया. पिछले एक साल में बहुत से लोगों ने अपना रोजगार खो दिया.
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2016 से लगातार घट रही रोजगार
आंकड़े बताते हैं कि 2016 के बाद लगातार नौकरियों में कमी आयी है. 2016-17 में इनकी संख्या 40.73 करोड़ थी. 2017-18 में यह घटकर 40.59 करोड़ पर रह गयी. वहीं 2018-19 में यह घटकर 40.09 पर आ गया. भारत की अर्थव्यवस्था में ग्रोथ काफी धीमी हो गयी है. वर्तमान समय में देश में करीब 4.5 करोड़ लोग ऐसे हैं जो रोजगार की तलाश कर रहे हैं.
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उत्पादन बढ़ाने के लिए लेबर को मशीन से रिप्लेस करेगी कंपनी
भारत के जनसंख्या से संबंधी आंकड़ों के अनुसार, हर साल दो करोड़ लोग ऐसे होते हैं, जो 15 से 59 साल की वर्किंग एज ग्रुप में शामिल होते हैं. विजय जोशी ने अपनी किताब में लिखते हैं कि कंपनियां ज्यादा उत्पादन करने लगेंगी तो GDP बढ़ेगी. हालांकि कंपनी अपने काम को तेजी से पूरा करने के लिए लेबर को मशीन से रिप्लेस करेगी. भारत में बेरोजगारी इससे और ज्यादा ही बढ़ेगी.
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