Hazaribagh: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल का सख्त आदेश है कि मॉनसून के दौरान नदी से बालू का उठाव नहीं होगा. लेकिन हजारीबाग में एनजीटी के नियम को भी ठेंगा दिखाते हुए बालू का उठाव हो रहा है. इस बात का जीता-जागता प्रमाण उस वक्त मिला, जब बड़कागांव प्रखंड की सिरमा पंचायत की चोरका नदी में अचानक बारिश का जलस्तर बढ़ा. इसमें तीन ट्रैक्टर बह गए. 15 मजदूरों ने भागकर अपनी जान बचाई.
पिछले दिनों राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आदेश जारी किया था कि क्षेत्र में अवैध उत्खनन नहीं होगा. अगर अवैध उत्खनन या माइनिंग की गई, तो कार्रवाई की जाएगी. कुछ दिनों तक कार्रवाई हुई. इसके बाद फिर से चालू हो गया. अब बालू की तस्करी बदस्तूर जारी है. आलम यह है कि खुलेआम बड़कागांव से बालू का उठाव हो रहा है. तभी तो नदी से ही तीन ट्रैक्टर पानी के तेज बहाव में बह गए.
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हालांकि बाद में पानी कम होने पर नदी में बहे ट्रैक्टर को जेसीबी और मजदूरों की मदद से बाहर निकाला गया. बताया जा रहा है कि बड़कागांव में बालू का अवैध धंधा जोरों पर चल रहा है. चोरका नदी में बालू लदे ट्रैक्टर बहने की घटना ने बालू कारोबारियों की पोल खोल दी. इस मामले में हजारीबाग के डिस्ट्रिक्ट माइनिंग ऑफिसर भी कुछ कहने से बचते फिर रहे हैं. फोन पर बात करने पर उन्होंने बैठक होने की बात कह कर मामले को टाल दिया.
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