देशव्यापी अभियान के तहत 22- 24 अप्रैल को जिलाधिकारी को सौंपा जाएगा ज्ञापन
Hazaribagh: राज्य में हीं नहीं, देश में भी उत्पादन से अधिक दूध की खपत है. मांग के अनुसार उत्पादन नहीं होने के कारण मुनाफाखोरी के लिये दूध में पॉम आयल, सर्फ, केमिकल यूरिया आदि का मिश्रण किया जा रहा है, जो जहर का काम करता है. इसके कारण देश में ही नहीं, पूरी दुनिया में कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत इस दिशा में जन जागरूकता अभियान विभिन्न माध्यमों से चलाएगी. यह निर्णय केंद्र स्तर पर लिया गया है और झारखंड में भी इसको लेकर व्यापक अभियान चलाया जाएगा. बाकायदा जिला अधिकारी को 22 -24 अप्रैल से पूर्व एक ज्ञापन भी सौंपा जाएंगा. यह जानकारी अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के प्रांत सह सचिव अरविंद राणा ने दी.
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अब दूध में मिलाया जाता है धीमा जहर
राणा ने बताया कि इस बाबत एक राज्यस्तरीय बैठक 16 अप्रैल को हुई. बैठक में शिवाजी ने बताया कि पूर्व में दूध में पानी मिलाया जाता था, पानी से किसी को हानि नहीं थी, परंतु वर्तमान समय में दूध में धीमा जहर मिलाया जा रहा है, जो नवजात से लेकर वृद्ध को कैंसर का मरीज बना रहा है. बैठक में हजारीबाग से अधिवक्ता बब्लु कुमार, चतरा से महेश रविदास, अरविंद साह, नवीन वर्मा, श्रीकांत श्रीवास्तव, एपी सिंह, अंकित कुमार, सन्नी कुमार, अमुल पाल, डाॅ. अनिता शर्मा, सरिता सिंह, रूबी लाल, आरती श्रीवास्तव, सूरज प्रकाश, उमेश कुमार, अंकेश भुईंया आदि उपस्थित थे.
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उपभोक्ता न्यायालयों के क्रियाकलापों की मांगी है जानकारी
बैठक में संगठन मंत्री शिवाजी ने बताया कि देश भर में ग्राहक पंचायत ने उपभोक्ता न्यायालयों के कामकाज की भी निगरानी करने का निर्णय लिया है. इस बाबत आरटीआई के तहत देश भर में विभिन्न उपभोक्ता न्यायालयों से जानकारी मांगी गई है. राज्य में भी इस पर काम हुआ है. 31 मार्च तक राज्य तथा जिला स्तर पर ग्राहक पंचायत ने यह कार्य किया है.