Hazaribagh: जिले में उग्रवादियों का दस्ता एक बार फिर सक्रिय होता दिख रहा है. शुक्रवार को केरेडारी थाना क्षेत्र के बुंडू के आसपास टीपीसी उग्रवादियों ने पुलिस कि गाड़ी पर फायरिंग कर हमला बोला. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी टीपीसी के कुछ उग्रवादी बुंडू जंगल में बैठकर किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं. उसके बाद पुलिस उस ठिकाने पर पहुंचकर छापामारी करने लगी.
इसी बीच उग्रवादी पुलिस वाहन पर फायरिंग कर भागने लगे. इसमें पुलिस वाहन का चालक विजय कुमार को एक छर्रा छूते हुए निकल गया. वह बाल-बाल बच गए. हजारीबाग जिले में इन दिनों उग्रवादी कहीं पोस्टर बाजी, तो कहीं फायरिंग की घटना को अंजाम दे रहे हैं. 26 जनवरी को विष्णुगढ़ में भी उग्रवादियों ने टावर को फूंक दिया था. सरकारी स्कूल में काला झंडा फहराकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी. बड़कागांव में भी उग्रवादियों ने पोस्टरबाजी की थी. वहीं केरेडारी के मनातू में 24 जुलाई को उत्क्रमित मिडिल स्कूल और आंगनबाड़ी में पोस्टर चिपका कर दहशत फैलाया था.
इसे भी पढ़ें- शिक्षक भर्ती घोटाला : सीएम ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी पर एक्शन लिया, मंत्री पद से हटाया
उसमें ठेकेदारों, मजदूरों और ट्रक चालकों को धमकी दी थी. शुकवार को हुए गोलीकांड से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. ग्रामीण कुछ भी बताने से इंकार कर रहे हैं. दबी जुबान से कहते हैं कि यहां के ग्रामीण सुरक्षित नहीं हैं. जब पुलिस पर ही फायरिंग हो रही है, तो उन लोगों की सुरक्षा रामभरोसे है. केरेडारी की घटना पर एसपी मनोज रतन चोथे ने कहा कि बुंडू में टीपीसी के उग्रवादियों की उपस्थिति की सूचना मिली थी. उग्रवादी पुलिस वाहन पर फायरिंग करते हुए फरार हो गए. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है. आगे सर्च अभियान जारी है. पूर्व में भी कई उग्रवादी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं.
इसे भी पढ़ें- राज्यपाल रमेश बैस पहुंचे रिम्स, न्यूरोलॉजी में इलाजरत पद्मश्री सिमोन उरांव की सेहत का जाना हाल