Kolkata : पश्चिम बंगाल से खबर आयी है कि शिक्षक भर्ती घोटाले (SSC recruitment scam) में आरोपी बनाये गये ममता सरकार में उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिये गये हैं. हालांकि इससे पहले सूत्रों ने जानकारी दी थी कि राज्य कैबिनेट की बैठक में पार्थ चटर्जी को पश्चिम बंगाल कैबिनेट से हटाने के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई थी. बाद में सरकार ने एक आदेश जारी कर उन्हें हटाने की सूचना दी.
पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल से हटाने के बाद सीएम ममता बनर्जी ने दावा किया कि यह पूरा मामला एक बड़ी साजिश का हिस्सा है, जिसके बारे में वह अभी ज्यादा नहीं बोलेंगी. ममता ने यह भी कहा कि सारा पैसा एक लड़की (अर्पिता) के पास से बरामद हुआ है जिसको बार-बार दिखाया जा रहा है.
पार्थ पर हुए एक्शन पर ममता बनर्जी ने कहा कि हमने उनको हटाया क्योंकि तृणमूल कांग्रेस एक सख्त पार्टी है. इसको बदला नहीं जा सकता. यह बड़ा गेम है, जिसके बारे में अभी ज्यादा बात नहीं करेंगे
#SSCRecruitmentScam | I have removed Partha Chatterjee as a minister. My party takes strict action. There are many plannings behind it but I don’t want to go into details: West Bengal CM Mamata Banerjee
(File photo) pic.twitter.com/tRZbsYUDI8
— ANI (@ANI) July 28, 2022
पार्थ को बाकी पदों से भी हटा दिया गया है
पार्थ चटर्जी जब शिक्षा मंत्री थे उस दौरान हुए घोटाले के लिए उनको गिरफ्तार किया जा चुका है. बंगाल के चीफ सेक्रेटरी की तरफ से जारी आदेश के अनुसार पार्थ चटर्जी को उद्योग मंत्री के पद से हटाये जाने के साथ-साथ बाकी पदों से भी हटा दिया गया है. सूचना एवं प्रसारण विभाग, संसदीय मामलों से जुड़े विभाग आदि से भी उनकी छुट्टी हो गयी है.
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पार्थ की गिरफ्तारी अर्पिता के पकड़े जाने के बाद हुई थी
पार्थ की गिरफ्तारी अर्पिता मुखर्जी के पकड़े जाने के बाद हुई थी. पूर्व में अर्पिता के घर पर मारे गये छापे में 21 करोड़ 90 लाख रुपये कैश मिले था. कल बुधवार को अर्पिता के दूसरे घर पर रेड हुई. यहां ईडी को 27 करोड़ 90 लाख कैश और 4 करोड़ से ज्यादा का सोना मिलने की बात सामने आयी, ईडी के अनुसार यह वही राशि है जो कि शिक्षक भर्ती में हुए घोटाले में घूस के तौर पर ली गयी थी.