कोर्रा थाना से धर्मांतरण के आरोपितों को छोड़ा, विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल करेगा आंदोलन
महेंद्र कालोनी में रविवार को पकड़े गए थे आरोपी
Hazaribagh: कोर्रा थाना पुलिस ने धर्मांतरण के आरोप में पकड़े गए आठ लोगों को थाने से मुक्त कर दिया. इस मामले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई. पुलिस द्वारा आरोपितों को रिहा करने के बाद विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल सहित भाजपा व अन्य संगठनों ने इसका विरोध किया है. आरोपितों को छोड़े जाने का मामला बीती रविवार रात का है और मंगलवार को लोगों इसकी जानकारी मिली. पूरे मामले में कोर्रा थाना प्रभारी पर पैसा लेकर आरोपितों को छोड़ने का आरोप लग रहा है. इस मामले में बजरंग दल के साथ-साथ विश्व हिंदू परिषद ने आंदोलन करने की चेतावनी दी है. बकायदा एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को एसपी कार्यालय पहुंच कर इसकी शिकायत करने पहुंचा था, पर उनकी मुलाकात एसपी से नहीं हो सकी.
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थाना प्रभारी पर लगा पैसे लेकर छोड़ने का आरोप
पूरे मामले में विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री अरविंद मेहता ने कहा है कि संगठन स्तर पर इस मुद्दे को उठाया जाएगा और थाना प्रभारी के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा. ज्ञात हो कि रविवार को ग्रामीणों ने कोर्रा थाना क्षेत्र के महेंद्र कॉलोनी सिंदूर में आठ लोगों को धर्मांतरण कराने के आरोप में पकड़ कर पुलिस के हवाले किया था. इनमें चार लोग बाहर से आए थे. हो हंगामा की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने उक्त स्थल से बाइबल और नगदी के साथ दस्तावेज, वाद्य यंत्र सहित अन्य सामान जब्त किए थे. हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद इस मामले में रंजीत सोनी नामक युवक ने कोर्रा थाना में आवेदन देकर धर्म आवंटन करने का आरोप लगाया था. आवेदन में कहा था कि उसके द्वारा मना करने पर उसकी पिटाई की गई. जानकारी दी थी कि महेंद्र कालोनी निवासी उर्मिला देवी पति विजय मेहता के घर में 50 से अधिक लोगों को बुला कर धर्मातरण कराया जा रहा था. इसमें उसे भी बुलाया गया. वहां उर्मिला देवी के साथ बाहर से आए छह लोग उपस्थित थे. जब उसने पैसे लेने से इंकार कर दिया तो उसकी पिटाई की गई. इसके बाद उसने वहां से भाग कर ग्रामीणों को दी इसकी जानकारी दी थी.
सबूतों के बाद भी आरोपियों को छोड़ा : विहिप
विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश मंत्री अरविंद मेहता ने कहा कि कोर्रा थाना पुलिस ने जानबूझ कर पैसे के प्रभाव में आरोपितों को छोड़ दिया. धर्मांतरण के इतने सारे सबूत मिलने के बाद भी कहा जाता है एफआईआर करने के लिए पर्याप्त दस्तावेज नहीं है. ऐसे में साफ प्रतीत होता है कि राज्य में धर्मांतरण करने वालों को प्रोत्साहित किया जा रहा है और हजारीबाग की कोर्रा थाना पुलिस इसका उदाहरण है. विश्व हिंदू परिषद इस मामले को लेकर आंदोलन करेगी.
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दिनदहाड़े धर्मांतरण चिंता का विषय : लड्डू
सामाजिक कार्यकर्ता लड्डू यादव ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि दिनदहाड़े हिंदुओं का धर्मांतरण कराया जा रहा है. पैसे का प्रलोभन देकर दूसरे धर्म को अपनाने का दबाव बनाया जा रहा है. धर्मांतरण के लिए एजेंट बनाए जा रहे हैं. वहीं, इसका विरोध करने पर पुलिस उल्टा ग्रामीणों को ही धमका रही है. कोर्रा थाना की पुलिस ने धर्मांतरण करने वालों को जानबूझ कर छोड़ दिया. यह घटना क्षेत्र में धर्मांतरण को बढ़ावा देने के लिए काफी है.