Hazaribagh: हज़ारीबाग़ ठंडे इलाके के रूप में जाना जाता रहा है. लेकिन इस बार यहां भी काफी गर्मी पड़ रही है. इसका तापमान भी चढ़ता जा रहा है. पहले लोगों को यहां काफी राहत महसूस होती थी. अब अप्रैल महीने में ही हजारीबाग का तापमान 42 डिग्री के पार हो चुका है. यहां रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है. अप्रैल महीने में भी मई और जून की तपिश का एहसास हो रहा है. जितनी गर्मी पिछले वर्ष मई-जून में नहीं पड़ी थी, अब पड़ रही है.
जिला प्रशासन ने आम लोगों से गर्मी से बचने की अपील की है. डीसी नैंसी सहाय ने कहा कि जरूरत ना हो तो दोपहर में घर से बाहर ना निकलें. सावधानी बरतें. क्योंकि जिस तरह से तापमान में भारी वृद्धि दर्ज की जा रही है, वह सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. हजारीबाग के अस्पतालों में गर्मी को देखते हुए व्यापक इंतजाम किये जा रहे हैं. मरीजों की संख्या गर्मी के कारण बढ़ी है. डीसी ने लोगों से अपील की है कि गर्मी को देखते हुए पानी का बचाव करें. वाटर लेवल नीचे गया है.
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हजारीबाग में तापमान में भारी वृद्धि का कारण वृक्षों का कटना और कंक्रीट का जंगल तैयार होना है. जिस तरह से पेड़ काटे जा रहे हैं, उस तरह से लगाये नहीं जा रहे हैं. समय रहते अगर हम सावधानी नहीं बरते तो इसका परिणाम आने वाली पीढ़ी को भुगतना पड़ेगा. वन क्षेत्र से घिरे हजारीबाग में तापमान में वृद्धि दर्ज नहीं की जाती थी. अधिक गर्मी होने पर शाम होते ही वर्षा हो जाती थी. लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है. पर्यावरण असुंतलन के कारण मौसम का मिजाज बदलता जा रहा है.
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