शिक्षा विभाग के ईमानदार अफसर के रूप में जाने जाते थे, सामाजिक-धार्मिक कार्यों में रहती थी भागीदारी
को-ऑपरेटिव कॉलोनी स्थित आवास पर 23 अप्रैल की शाम पांच बजे से होगी श्रद्धांजलि सभा
Hazaribagh: सेवानिवृत्त एजुकेशन एसडीओ श्याम बिहारी ओझा नहीं रहे. वह 92 वर्ष के थे और को-ऑपरेटिव कॉलोनी स्थित अपने आवास पर 11 अप्रैल को आखिरी सांस ली. वे अपने समय के ईमानदार अफसर के रूप में जाने जाते थे. सामाजिक और धार्मिक कार्यों में भी उनकी खूब भागीदारी रहती थी. दो सप्ताह पहले उन्होंने नृसिंग स्थान मंदिर में पूजा की थी. मूल रूप से वो बिहार के बक्सर जिला के रहने वाले थे. वे मई 1984 में हजारीबाग आए और फिर यहां की आबोहवा में रच-बस गए. यहीं को-ऑपरेटिव कॉलोनी में उन्होंने घर बना लिया. वे जुलाई 1993 में सेवानिवृत्त हुए थे. उनका अंतिम संस्कार हजारीबाग के खीरगांव स्थित मुक्तिधाम में किया गया. उनके बड़े पुत्र गोपाल कृष्ण कश्यप ने उन्हें मुखाग्नि दी. श्याम बिहारी ओझा की पत्नी रामदुलारी देवी फरवरी 2016 में चल बसी थीं. श्याम बिहारी ओझा के दो पुत्रों में बड़े गोपाल कृष्ण कश्यप आईटी इंजीनियर एटीएम और छोटे पुत्र हरिगोपाल कश्यप इटिनेट मुंबई में सीनियर डायरेक्टर हैं. श्याम बिहारी ओझा दो पुत्र, तीन बेटियां समेत भरा-पूरा परिवार है. उनकी श्रद्धांजलि सभा उनके आवास पर 23 अप्रैल की शाम पांच बजे से होगी. उनके निधन पर शिक्षा पदाधिकारियों, शिक्षाविदों समेत समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों ने शोक जताया है.
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