- दो बच्चों ने छत पर चढ़ कर बचाई जान
- हाथियों ने मकई के फसलों को रौंदा
Hazaribag : हजारीबाग के दारू में हाथियों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है. तीसरे दिन झुंड से बिछड़े हाथी ने अहले सुबह तीन बजे पिपचो में जमकर उत्पात मचाया और एक बुजुर्ग महिला को पटक-पटक कर मार डाला. वहीं जगनी देवी (62 वर्ष) के दोनों पोतों ने छत पर चढ़कर हाथी से अपनी जान बचायी. ग्रामीण ने सुबह वन विभाग के अधिकारियों को घटना की पूरी जानकारी दी. सूचना मिलने पर वन विभाग के पदाधिकारी और कर्मी घटना स्थल पर पहुंचे. वन विभाग ने महिला के अंतिम संस्कार के लिए तत्काल 25 हजार का मुआवजा दिया. वहीं सरकारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद 3.75 लाख मुआवजा बाद में देने की बात कही. (पढ़ें, 20 जुलाई से संसद का मानसून सत्र, सरकार ने 19 को सर्वदलीय बैठक बुलाई)
देर रात तक वन विभाग के कर्मी और ग्रामीण हाथी को भगाने की कोशिश की
बता दें कि 5 जुलाई की शाम करीब सात बजे हाथी ने पिपचो में प्रवेश कर इदरीश अंसारी की मकई फसल को बर्बाद कर दिया था. इधर वन विभाग के कर्मी और ग्रामीण रात 12 बजे तक हाथी को भगाने में जुटे रहे. लेकिन हाथी मकई खेत में ही रहा और नहीं निकला. जिसके बाद सभी लोग अपने घर चल गये. फिर अहले सुबह करीब तीन बजे हाथी ने अपने दोनों पोतों के साथ सो रही जगनी के घर का दरवाजा तोड़ा और उसे पटक कर मारा डाला. हाथी को आते देख दोनों बच्चे की नींद खुल गयी और दोनों ने छत पर चढ़कर अपनी जान बचायी. सुबह वन विभाग के लोग पहुंचे और मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया.
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