Hazaribag : झारखंड में प्रतिभा की कमी नहीं है, फिर भी खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं, जिसका प्रमुख कारण है संसाधन की कमी. यह कहना है फीफा अंडर-17 विमेंस वर्ल्ड कप में हिस्सा लेकर वापस लौटी स्तंभ उरांव और पूर्णिमा कुमारी का. खिलाड़ियों ने कहा कि प्रैक्टिस करने के लिए मैदान चाहिए वह भी नहीं है. इस कारण हमलोग अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं. टीम लीग मैच में ही बाहर हो जा रही है. उनका कहना है कि आने वाले दिनों में हमें और भी अधिक मेहनत करना है. हमलोगों के पास संसाधन की भी आवश्यकता है. तभी हमारा परचम पूरे विश्व में लहरा सकता है. 13 अक्टूबर से 30 अक्टूबर के बीच भुवनेश्वर में फीफा वर्ल्ड कप अंडर-17 का आयोजन किया गया था, जिसकी मेजबानी भारत ने की थी. आयोजन में कई देशों की महिला फुटबॉल खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था. फीफा वर्ल्ड कप में झारखंड की 6 खिलाड़ी हिस्सा ली थीं, जिसमें स्तंभ उरांव और पूर्णिमा कुमारी को राज्य स्थापना दिवस पर पुरस्कृत किया गया और उत्साह बढ़ाया गया. पुरस्कार लेने के बाद उन्होंने कहा कि हमलोगों ने खेल के मैदान में पूरा दमखम लगाया. हमारे ग्रुप में यूएस, मोरक्को ब्राज़ील था. इन सभी टीमों के साथ हमलोगों ने खेला, लेकिन लीग मैच में ही खेल से बाहर हो गए. हमें इस बात का दुख है कि पहली बार हमारा देश टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था. आने वाले दिनों में हमलोग और भी अधिक मेहनत करेंगे, ताकि फुटबॉल के क्षेत्र में देश का नाम रोशन हो सके.
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