Ranchi : सीपीएम पोलित ब्यूरो सदस्य बृंदा कारात ने पार्टी की तीन दिवसीय बैठक के बाद मीडिया को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस देश को ” शाखा” की तरह चलाने की कोशिश कर रहे हैं. शुक्रवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री का यह बयान कि अल्पसंख्यकों का सार्वजनिक जगहों पर नमाज अदा करना बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. यह बेतुका और सामाजिक सद्भावना को बिगाड़ने वाला है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जिस तरह राष्ट्रीय संपत्ति का मेगासेल लगा कर और निजीकरण की मुहिम चला रही है, अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने का राष्ट्र विरोधी षडयंत्र कर रही है. इसके खिलाफ सभी देशभक्त ताकतों को एकजुट होकर मैदान मे उतरना पड़ेगा. बृंदा कारात ने कहा कि एचइसी को बचाने और वहां के विस्थापितों की समस्या का हल निकालने के लिए पार्टी अन्य वामदलों के साथ मिलकर आंदोलन शुरू करेगी. यह मामला गंभीर है.
आंदोलन को दबाने के लिए कई हथकंडे अपनाये
वृंदा करात ने कहा कि भाजपा ने किसानों के आंदोलन को दबाने के लिए कई हथकंडे अपनाये थे. लेकिन किसानों की एकजुटता के सामने उसे मुंह की खानी पड़ी. 16-17 दिसंबर को बैंक कर्मचारियों की देशव्यापी हड़ताल, 16 दिसंबर को ही इस्पात उद्योग में अखिल भारतीय हड़ताल और 19 जनवरी को फार्मा उद्योग के कामगारों की हड़ताल और 23-24 फरवरी को सभी श्रमिक संघों के आह्वान पर आयोजित होने वाली देशव्यापी हड़ताल मेहनतकशों के संघर्षों की अगली कड़ी है.
पंचायत चुनाव की तिथि अविलंब घोषित किये जाने की मांग
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए सीपीएम के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने राज्य कमिटी की बैठक के निष्कर्षों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा पंचायत चुनावों को टाले जाने, ऑनलाइन लगान रसीद निर्गत नहीं किये जाने, ग्रामीण क्षेत्रों में जबरन प्रॉपर्टी कार्ड योजना लागू किये जाने का प्रयास करने, बस भाड़े में मनमाना बढोत्तरी, पंचायत स्तर तक धान क्रय केंद्र नहीं खोलने, जमीन के दस्तावेजों के कंप्यूटरीकरण में हुई अनियमितता, विस्थापन आयोग का गठन जैसे ज्वलंत मुद्दों पर अगले 5 से 10 जनवरी के बीच प्रखंड कार्यालयों पर प्रदर्शन आयोजित कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जायेगा. इसके अलावा परिवहन भाड़े में बढोत्तरी के खिलाफ कमिश्नरी मुख्यालय में अवस्थित परिवहन प्राधिकरण के अध्यक्ष सह आयुक्त से मिलकर उचित भाड़ा निर्धारण के लिए स्मार पत्र सौंपा जायेगा. बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर पंचायत और स्थानीय निकायों के चुनाव दलीय आधार पर कराने तथा पंचायत चुनाव की तिथि अविलंब घोषित किये जाने की मांग की गयी. बैठक की अध्यक्षता मो. इकबाल और रामचंद्र ठाकुर ने की.
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