Ranchi : एचईसी अधिकारियों का बकाया वेतन समेत कई मांगों को लेकर लगातार 41वें दिन भी आंदोलन जारी है. अधिकारियों ने मुख्यालय गेट के समक्ष गन्ने का रस निकाल कर विरोध-प्रदर्शन किया. अधिकारियों ने कहा कि कोल्हू रूपी भ्रष्ट प्रबंधन ने गन्ने रूपी हमारे झारखंड के गौरव, हमारे देश के उद्योगों की जननी- मातृ उद्योग एचईसी को निचोड़ कर बचे गन्ने के अवशेष जैसा कर दिया है. कंपनी की वर्तमान स्थिति के लिये भारी उद्योग मंत्रालय और केंद्र सरकार भी इस भ्रष्ट प्रबंधन के बराबर ही ज़िम्मेदार है. विगत 2-3 सालों में कई बार मंत्रालय के द्वारा इस कंपनी की समीक्षा की गई. कई बार कंपनी के भविष्य की रूपरेखा मंत्रालय को सौंपा गयी, लेकिन सब योजना फाइलों में ही धूल फांकती रही और धरातल पर कुछ नहीं आ पाया. कंपनी के आधुनिकीकरण के उद्देश्य से स्मार्ट सिटी को जमीन हस्तांतरित किया गया. लेकिन मशीनों का आधुनिकीकरण नहीं हुआ.
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अधिकारियों को 13 महीनों से और कामगारों को 10 महीनों से नहीं मिला है वेतन
प्रदर्शन कर रहे अधिकारियों का कहना है कि पिछले 40 दिनों से हम सब यहां अपने हक और अधिकार की मांग कर रहे. हमने जो कार्य किया है, उसका मेहनताना भुगतान की मांग कर रहे हैं. लेकिन सरकार और प्रबंधन दोनों की तरफ से कोई पहल अभी तक नहीं की गई है. दरअसल अधिकारियों को 13 महीनों से तो कामगारों को 10 महीनों से वेतन नहीं मिला.
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