Ranchi : झारखंड को हरा-भरा करने के लिए हेमंत सोरेन सरकार पूरे राज्य में 1.65 करोड़ पौधे लगाएगी. ये पौधे खाली पड़ी सरकारी जमीनों पर लगाये जाएंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हम हमेशा पर्यावरण संरक्षण की बात करते हैं, लेकिन अगर हम इस दिशा में काम नहीं करें, तो यह बहुत दुखद होगा. वन, पर्यावरण एवं जलवायु विभाग द्वारा राजधानी के अनगड़ा स्थित गांधीग्राम, महेशपुर में आयोजित 72वें वन महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे मुख्यमंत्री ने यह बातें कही. सीएम ने कहा कि प्रकृति के संरक्षण के लिए पूरे राज्य में 1.65 करोड़ पौधे लगाये जाएंगे.
वहीं वन महोत्सव के दिन में राज्य में 5 लाख पौधे लगाये जाएंगे. उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि आम लोगों के बीच फलदार पौधे का वितरण करें. इस दौरान राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू, खिजरी विधायक राजेश कच्छप, अपर मुख्य सचिव एल. खिंग्याते, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रियेश कुमार वर्मा, वन विभाग के पदाधिकारी व अन्य उपस्थित थे.
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राज्य गठन के बाद वन क्षेत्र में 1625 स्क्वायर किमी की वृद्धि हुई
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य गठन के बाद वन क्षेत्र में 1625 स्क्वायर किमी की वृद्धि हुई है. आज राज्य का वन क्षेत्र करीब 34 प्रतिशत है. लेकिन अब हमारा दायित्व बनता है कि इसका संरक्षण करें. अगर ये समाप्त हुए तो राज्य का सम्मान स्वतः समाप्त हो जाएगा. हमारे पूर्वजों ने हम सब के लिए प्रकृति का अमूल्य उपहार छोड़ा है. अगर जल, जंगल और जमीन को नहीं सहेज सके तो यह दुखद होगा. सीएम ने यह कहा कि विकास के नाम पर पहाड़ और खदान खोदे जा रहे हैं. जंगल उजड़ रहे हैं. अगर तत्काल ही सामंजस्य नहीं बैठाया तो मानव को ही खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
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मानव जीवन का आधार पानी है- CM
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव जीवन का आधार पानी है. रांची में ही कई बड़े तालाब और डैम हैं. लेकिन ऐसे जगहों पर बन रहे कंक्रीट के जंगल अच्छा संकेत नहीं दे रहे हैं. इन जलाशयों के संरक्षण के प्रति हम गंभीर नहीं हुए तो गंभीर परिणाम देखने को मिल सकता है. हेमंत सोरेन ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि सरकारी खाली भूमि पर पौधरोपण का कार्य करें. साथ ही लोगों के बीच फलदार पौधे का वितरण करें, ताकि लोग पर्यावरण के प्रति जागरूक हो सकें.