Ranchi: सांसद संजय सेठ ने कहा है कि पशुधन तस्करी पर हेमंत सरकार की तुष्टिकरण की नीति भाजपा को स्वीकार नहीं है. सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने खतियानी यात्रा के दौरान कहा है कि पशुधन तस्करी के मामले में अब पुलिस सीधे हस्तक्षेप नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि इससे राज्य में गो तस्करी का कारोबार बढ़ेगा. गाय माता समान है, उसकी तस्करी और हम सब यूं नहीं देख सकते हैं. पशु तस्करों ने ही बीते दिनों रांची के तुपुदाना में एक पुलिसकर्मी की जान ले ली थी. ऐसे में अब हमें तुष्टिकरण की नीति बर्दाश्त नहीं है. निश्चित तौर पर इसका विरोध होगा. वे लोकसभा में भी मामले को उठायेंगे. उक्त बातें सांसद संजय सेठ रांची में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही. उनके साथ पूर्व विधायक जीतू चरण राम और वार्ड पार्षद ओम प्रकाश भी मौजूद थे.
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मेन रोड हिंसा मामले में भी तुष्किरण
सांसद ने कहा कि हेमंत सरकार का ध्यान जन सरोकार के कामों में नहीं है. यह सरकार हमेशा चुनावी मोड में रहती है. सरकार के रवैये पर हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने नाराजगी जताई है. फिर भी इस सरकार की नींद नहीं टूट रही है. इस सरकार की तुष्टिकरण की नीति का एक और उदाहरण रांची के मेन रोड में हुई हिंसा के मामले में दिखा है, जहां मामले की जांच कर दोषियों को सजा दिलाने के बजाए मामले की फाइल ही बंद कर दी गई. आखिरकार हाई कोर्ट को मामले की सीबीआई जांच के लिए कहना पड़ा.
अतिक्रमण हटाने में तुष्टिकरण
संजय सेठ ने कहा कि अतिक्रमण हटाने में भी सरकार तुष्टिकरण की नीति अपना रही है. रांची के कचहरी चौक से सर्जना चौक तक अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जाता है, लेकिन सर्जना से सुजाता चौक तक अतिक्रमण नहीं हटाया जाता. सिर्फ जगह विशेष से अतिक्रमण हटाने की सरकार की मंशा संदिग्ध है. बिजली समस्या को लेकर भी उन्होंने सरकार पर हमला बोला. कहा कि बिजली की विकट समस्या पर गांव-गांव से आवाज आने के बाद सरकार की नींद टूटी है. अब सीएम विभाग के साथ बैठकर इसका समाधान ढूंढने में लगे हैं.
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