- होड़ोपैथी एथोनोमिडिसिन जागरूकता के लिए ट्राइबल इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स का कार्यक्रम
Ranchi : ट्राइबल इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, झारखंड चैप्टर की ओर से होड़ोपैथी एथोनोमिडिसिन और इसकी व्यापारिक संभावनाओं पर सोमवार को जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. नेशलन एससी- एसटी हब, एमएसएमई मंत्रालय और होड़ोपैथी एथनोमेडिसिन डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सहयोग से जेसिया भवन, कोकर में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय आदिवासी मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा शामिल हुए. उन्होंने कहा कि आदिवासियों की पुरानी चिकित्सा पद्धति होड़ोपैथी बहुत ही कारगर है. कोरोना काल में इस चिकित्सा पद्धति ने अपनी विशेषताओं को बखूबी सिद्ध किया. अन्य चिकित्सा पद्धति के अलावा आदिवासियों की सबसे पुरानी चिकित्सा पद्धति को भी भारत सरकार बढ़ावा देने का काम कर रही है. इस दिशा में पहल करते हुए कई कार्य हो चुके हैं. इस पर कार्य जारी है. झारखंड में बहुत सारे अनुभवी लोग इस चिकित्सा पद्धति को जीवित रखे हुए हैं. गांव में इसी पद्धति से आज भी इलाज जारी है. इसे वैश्विक करने की आवश्यकता है. इससे जुड़े कई व्यापारिक संभावनाएं भी पैदा होंगे, जिससे सीधे तौर से आदिवासी समुदाय को फायदा मिलेगा.
आदिवासी समुदाय उद्योग व्यापार से जुड़े
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जहां नौकरी की संख्या कम हो रही है, इस परिस्थिति में आदिवासी समुदाय को भी उद्योग व्यापार से जोड़ने की आवश्यकता है. इसके लिए भारत सरकार द्वारा नेशनल एससी- एसटी हब की स्थापना की गई है. यह संस्था पूरे देश में बेहतर कार्य कर रही है. कहा कि स्किल सेल एनीमिया से लड़ने के लिए ट्राइबल मेडिसिन का प्रयोग कारगर सिद्ध होगा. उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एथनोमेडिसिन की स्थापना एवं एक वृहद लेबोरेटरी बनाने की भी बात कही.
विभिन्न कॉलेजों के एक्सपर्ट ने रखे अपने सुझाव
कार्यक्रम में विभिन्न कॉलेजों से आए हुए प्रोफेसर ने अपने -अपने विचार रखे. ट्राईबल मेडिसिन को वैश्विक बनाने के लिए इसके महत्व के साथ-साथ सुझाव दिए. कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ अजय श्रीवास्तव, विभागीय अध्यक्ष बॉटनी, संत जेवियर्स कॉलेज, डॉ रश्मि, डॉ रामजी यादव, चेयर पर्सन, वाईबीएन यूनिवर्सिटी, सलोनी सोरेन ट्राइबल मेडिसिन एक्सपर्ट, दुमका, क्लाइमेट चेंज फाउंडेशन की हेमा मुंडा,रितु कुजूर, अमन तिर्की, ट्राइबल मेडिसिन के जानकार ओड़िशा से आएए उरांव, पीयूष कंडुलना, खूंटी से आए ट्राइबल मेडिसिन के जानकार मंगरा मुंडा, सावित्री मुंडा, जूनेल सोए, धनिक गुड़िया, नेशनल एससी- एसटी हब के राज्य प्रमुख किरण मारिया तिरु, अधिकारी प्रिंस राहुल एवं टिक्की के कन्वेनर डॉ वासवी किड़ो सहित कई उपस्थित थे.
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