Hyderabad : पैंगबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने को लेकर तेलगांना के बीजेपी विधायक टी राजा सिंह को कोर्ट ने जमानत दे दी है. साथ ही तत्काल रिहा करने का आदेश दिया. इसके बाद उन्हें पुलिस ने रिहा कर दिया. तेलंगाना पुलिस ने उन्हें आज ही गिरफ्तार किया था. इसके बाद विवादास्पद टिप्पणी के मामले में पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया. साथ ही पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर यह भी पूछा कि क्यों ना उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए. इधर, राजा की जमानत के विरोध में दर्जनों थानों पर लोगों ने विरोध-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है.
इसे भी पढ़ें- लोहरदगा पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ चलाया अभियान, एसपी ने ग्रामीणों का जीता दिल
बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात
जेल के बाहर भी प्रदर्शनकारियों की भीड़ जुटी. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों में से भी कई लोगों को हिरासत में लिया है. हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर ऑफिस, डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस ऑफिस और पुराने पुलिस कमिश्नर ऑफिस के दफ्तर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. दरअसल, विवादास्पद टिप्पणी के मामले ने उस वक्त तूल पकड़ लिया जब उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर कई लोगों ने हैदराबाद में धरना-प्रदर्शन किया. इस मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद सिंह को पहले हिरासत में लिया गया और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
कैसे शुरू हुआ विवाद?
हैदराबाद के गोशामहल विधानसभा क्षेत्र से विधायक टी राजा सिंह अपनी कट्टर धार्मिक बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं और इस वजह से सुर्खियों में भी बने रहते हैं. बीजेपी विधायक ने स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी और धर्म विशेष की आलोचना करते हुए सोमवार को एक वीडियो जारी किया था. वीडियो में सिंह कथित तौर पर एक धर्म विशेष के खिलाफ कुछ टिप्पणी करते दिख रहे हैं. फारुकी ने हाल ही में हैदराबाद में एक कार्यक्रम में प्रस्तुति दी थी. सिंह के समर्थकों का दावा है कि उन्होंने ने अपनी टिप्पणी में किसी धर्म विशेष का या धार्मिक व्यक्ति का नाम नहीं लिया है.
ओवैसी ने कहा- भाजपा दंगे कराना चाहती है
राजा सिंह के कथित बयान पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- ‘मैं भाजपा विधायक के बयान की निंदा करता हूं. भाजपा तेलंगाना में अमन को खराब करना चाहती है, भाजपा हैदराबाद के अमन को खराब करना चाहती है और यहां पर सांप्रदायिक दंगे कराना चाहती है.’
इसे भी पढ़ें- स्वास्थ्य सचिव का निर्देश, लिपिकों का स्थानांतरण जिले के अंदर ही करें