Giridih : नक्सलियों के गढ़ में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव करने को लेकर पुलिस प्रशासन अपनी तैयारी में जुट गयी है. इसी क्रम में बोकारो जोनल आईजी माइकल राज एस, हजारीबाग रेंज के डीआईजी सुनील भास्कर और गिरिडीह एसपी दीपक शर्मा ने शुक्रवार को नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पड़ने वाले बूथों का निरीक्षण किया. इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने मधुबन में सीआरपीफ और जैप के कैंप भी गये. इसके बाद पुलिस अधिकारी केंद्रीय कमेटी के मेंबर और एक करोड़ इनामी नक्सली पतिराम मांझी के गांव जाकर बूथ का निरीक्षण किया. पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों से बात की और बिना किसी डर भय के वोट देने के लिए उनका मनोबल बढ़ाया.
पारसनाथ पर्वत पर जाकर नक्सल गतिविधियों की जानकारी ली
आईजी, डीआईजी और एसपी पारसनाथ पर्वत पर जाकर नक्सल गतिविधियों की भी जानकारी ली. करीब डेढ़ घंटे तक पारसनाथ पहाड़ी के कई क्षेत्र का पुलिस पदाधिकारियों ने दौरा किया. इसके बाद नक्सल प्रभावित पीरटांड़ की कई बूथों में जाकर सुरक्षा-व्यवस्था समेत अन्य नक्सल गतिविधियों के बारे में जानकारी ली. पीरटांड़ इलाके का निरीक्षण करने के बाद आईजी और डीआईजी गिरिडीह पहुंचे और समाहरणालय में एसपी व अन्य पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में लोकसभा चुनाव की तैयारी पर विस्तार से चर्चा की गयी. बैठक के दौरान नक्सल गतिविधियों समेत अन्य कई मुद्दों पर भी मंत्रणा हुई. बैठक में पुलिस अधिकारियों ने पारसनाथ क्षेत्र में संचालित कैंप और एक्टिव नक्सलियों की गतिविधियों की जानकारियां ली. इस दौरान गिरिडीह एसपी को कई दिशा भी निर्देश दिये. साथ ही होली और रमजान को भी शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने की बात कही.
झारखंड में माओवादियों का रणनीतिकार है पतिराम मांझी
अनल दा उर्फ पतिराम मांझी झारखंड में माओवादियों का रणनीतिकार है. पतिराम मांझी गिरिडीह जिले के पीरटांड़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है. बीते दो साल में पतिराम मांझी ने साजिश रचकर एक के बाद एक तीन बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है. इन नक्सली वारदात में 12 पुलिस के जवान शहीद हुए. पतिराम मांझी झारखंड पुलिस के अलावा एनआईए की रडार पर भी है. झारखंड पुलिस ने पतिराम मांझी पर एक करोड़ इनाम घोषित किया है. वहीं एनआईए ने उस पर पांच लाख का इनाम घोषित कर रखा है. पतिराम मांझी की तलाश में राज्य पुलिस के साथ सीआरपीएफ, जगुआर पुलिस, कोबरा बटालियन जुटी हुई है.