अमित सिंह
Ranchi : झारखंड सरकार का उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ही कैंपस विवाद सुलझा सकता है. कैंपस को लेकर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (ट्रिपल आइटी) और झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी आमने-सामने हो गया है. विवाद इतना गहराते जा रहा है कि दोनों शिक्षण संस्थान के जिम्मेवार एक दूसरे को दोषी ठहराने लगे है.
टेक्निकल यूनिवर्सिटी कैंपस में पर्याप्त जगह उपलब्ध कराने के लिए सरकार से गुहार लगा रहा है. जबकि झारखंड सरकार ने 80 करोड़ की लागत टेक्निकल यूनिवर्सिटी कैंपस का निर्माण करवाया था.
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जानिए टेक्निकल यूनिवर्सिटी को क्यों चाहिए हॉस्टल और रेसिडेंसियल फ्लैट
झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी में जल्द ही अनुबंध पर शिक्षकों की नियुक्ति होगी. उसके बाद छात्रों के सभी डिग्री कोर्स में एडमिशन शुरू होंगे. ऐसे में शिक्षकों के लिए आवास और स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल की आवश्यकता पडेगी. मगर वर्तमान में टेक्निकल यूनिवर्सिटी के हॉस्टल और रेसिडेसियल फ्लैट ट्रिपल आईटी के जिम्मे है.
उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने टेक्निकल यूनिवर्सिटी परिसर के मुख्य प्रशासनिक भवन और दो छात्रावास के ब्लाक ट्रिपल आइटी मैनेजमेंट को दे रखा है.
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यूनिवर्सिटी ने जुलाई से पांच डिग्री कोर्स शुरू करने का लिया निर्णय
टेक्निकल यूनिवर्सिटी जुलाई 2021 से पांच डिग्री कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया है. उसमें सिविल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और मैकेनिकल इंजीनियरिंग शामिल हैं. इसके अलावा BBA और BCA की भी पढ़ाई होगी. यूनिवर्सिटी के एकेडमिक काउंसिल ने इस पर अपनी सहमति भी दे दी है.
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टेक्निकल यूनिवर्सिटी का कैंपस, मगर यूनिवर्सिटी को ही नहीं मिल रहा है स्थान
झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ प्रदीप कुमार का कहना है कि पढाई शुरू होने वाली है. अनुबंध पर शिक्षकों की नियुक्ति होगी. सैकडों छात्र आएंगे. ऐसे में हमारे पास उनको ठहराने के लिए स्थान नहीं है. हॉस्टल और रेसिडेंसियल फ्लैट नहीं होंगे, तो हमारे स्टूडेंट और फैक्लटी कहां रहेंगे. इसलिए ट्रिपल आईटी को कुछ हॉस्टल और रेसिडेंसियल फ्लैट छोडने के लिए कहा जा रहा है. मगर ट्रिपल आईटी से कोई सहयोग नहीं मिल रहा है. हमारे कैंपस में ट्रिपल आईटी आया है. और आज हमें ही स्थान के लिए भटकना पड रहा है. कैंपस उपलब्ध कराने के लिए सरकार से आग्रह किया गया है.
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कैंपस सरकार ने उपलब्ध कराया है, यूनिवर्सिटी बेवजह जगह के लिए विवाद खडा कर रहा है
ट्रिपल आईटी के डॉ विष्णु प्रिया का कहना है कि कैंपस को लेकर बेवजह का विवाद किया जा रहा है. झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने हमें कैंपस उपलब्ध नहीं कराया है. कैंपस उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने उपलब्ध कराया है. ट्रिपल आईटी का यह अस्थाई कैंपस है. स्थाई कैंपस का निर्माण कार्य तेजी से कांके के सांगा में चल रहा है. वैसे भी टेक्निकल यूनिवर्सिटी में वीसी को छोड किसी भी पद पर कोई नहीं है. शिक्षक नहीं है. छात्र नहीं है. मेरी जानकारी में कुछ बाहरी लोग आकर रहते है. ऐसे लोगों के लिए कैंपस खाली कराने को लेकर अनावश्यक विवाद किया जा रहा है.
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वीसी आवास के सामने वैरिकेटिंग, गार्ड किसी को आने जाने नहीं देते
झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी कैंपस में ही कुलपति आवास है. जिसके ठीक सामने ट्रिपल आईटी प्रशासन ने बैरिकेटिंग करा दिया है. उस रास्ते टेक्निकल यूनिवर्सिटी के वीसी को भी नहीं आने जाने दिया जाता है. इस बैरिकेटिंग को लेकर दोनों संस्थान के बीच विवाद बढता जा रहा है.
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लगातार न्यूज ने दोनों शिक्षण संस्थान के जिम्मेवारों से बातचीत की
टेक्निकल यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ पीके मिश्रा का कहना है कि कैंपस हमारा है. ऐसे में चारों तरफ ट्रिपल आईटी बैरिकेटिंग कैसे करा सकता है. वीसी आवास के सामने सडक को ब्लॉक कर दिया गया है. मुझे भी आने—जाने से रोका जाता है. कैंपस में चारो तरफ ट्रिपल आईअी के बैरिकेट्स दिख जाएंगे.
इस संबंध में ट्रिपल आईटी के डायरेक्टर डॉ विष्णु प्रिया का कहना है कि कैंपस यूनिवर्सिटी का है. मगर अभी हमारे स्टूडेंट्स और फैक्लटी कैंपस में रहते है. उनकी सुरक्षा को देखते हुए बैरिकेटिंग किया गया है. रेसिडेंसियल एरिया में बाहरी लोग आते थे. गाली गलौज करते थे. बाहरी लोगों को रोकने के लिए बैरिकेटिंग करना जरूरी था.
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