Hazaribagh : हजारीबाग में भू- माफियाओं का आतंक सर चढ़कर बोल रहा है. भू माफिया अनुमंडल पदाधिकारी के आदेशों की भी अवहेलना करते हुए देखा जा रहे हैं. ऐसा ही ताजा मामला दीपुगढ़ा इलाके का है जहां कैसर ए हिंद जमीन पर प्रशासन को ठेंगे पर रख पुलिस विभाग के एक पुलिसकर्मी के द्वारा ही अवैध निर्माण किया जा रहा है. आरोप लग रहे हैं कि प्रशासनिक मिलीभगत के कारण ही अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं.
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सरकारी स्कूल की जमीन को ही हड़प लिया
कोर्रा थाना क्षेत्र के दीपूगढ़ा इलाके में जहां एक प्राथमिक विद्यालय है. इस प्राथमिक विद्यालय के आसपास की जमीन पर ही अतिक्रमण किया जा रहा है. यह पूरा कैसर ए हिंद जमीन है और इस पर पहले से ही किसी तरह की खरीद बिक्री पर रोक लगी हुई है.
इस प्रतिबंधित जमीन पर भी जमीन माफिया अवैध निर्माण करा रहे हैं. मौजा सारले, खाता नंबर- 95, प्लॉट नंबर-52, थाना संख्या-159,रकवा-33 डी. इस कैसर ए हिंद जमीन पर एक बार पहले भी तत्कालीन सदर अनुमंडल पदाधिकारी आदित्य रंजन ने कुछ निर्माणाधीन संरचना को गिरवा दिया था. जिसका निर्माण कार्य पुनः शुरू कर दिया गया है.
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प्रतिबंधित सूची में है जमीन
बताया जा रहा है कि पहले यह पूरा इलाका खाली था और स्कूल के बगल से ही सड़क नीचे की बस्ती में जाती थी. हालांकि वह सड़क पहले स्कूल के कैंपस से होकर गुजरती थी. बाद में लोगों ने अतिक्रमण कर सड़क का एक और निर्माण शुरू कर दिया. जिससे स्कूल की जमीन भी अतिक्रमित होती गई .अभी अनुमंडल पदाधिकारी ने इस पूरे जमीन पर कब्जा जमाए 7 लोगों को नोटिस जारी किया है.
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स्कूल के कैंपस का भी हो रहा इस्तेमाल
स्कूल के कैंपस का भी लोग इस्तेमाल कर रहे है. बालू और गिट्टी रखने में का इस्तेमाल किया जा रहा है. कोरोना के कारण काफी लंबे समय से स्कूल बंद है और इसी कारण धड़ल्ले से स्कूल के खाली जगह का इस्तेमाल निर्माण सामग्री को रखने में किया जा रहा है.
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लोकायुक्त के यहां शिकायत के बाद स्थानीय अधिकारी जागे
यहां अतिक्रमण कर कई पक्के मकान पहले ही बन गए हैं और बाकी खाली जमीन पर जहां अभी पुननिर्माण कराया जा रहा है. ये निर्माण कार्य बदस्तूर जारी रहता अगर इसकी शिकायत लोकायुक्त से नहीं की गई होती. लोकायुक्त से आई चिट्ठी के कारण ही प्रशासनिक अमला थोड़ा जागा है. और निर्माण कार्य पर फिलहाल रोक के साथ-साथ लोगों को नोटिस भेजा गया है.
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