Beijing : भारत कश्मीर में मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है. इसमें मानवता के खिलाफ अपराध, युद्धापराध और जनसंख्या को बदलने का खतरा शामिल है. मोदी सरकार कश्मीरी लोगों को दबाने के लिए फासीवादी नीतियों को अपना रही है. चीन के दौरे पर पहुंचे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह कहते हुए कश्मीर को लेकर भारत के खिलाफ फिर जहर उगला.
It is time the world takes notice of India’s grave human rights violations in IIOJK which include crimes against humanity, war crimes & genocidal acts as well as the threat of forced demographic change. All these are in complete violation of the Geneva Conventions.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) February 5, 2022
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अंतरराष्ट्रीय समुदाय कश्मीर में निष्पक्ष जनमत संग्रह कराने में असफल
इस क्रम में इमरान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय कश्मीर में निष्पक्ष जनमत संग्रह कराने में असफल रहा है. उन्होंने विश्व समुदाय से अपील की कि वे भारतीय सेना के कब्जे से कश्मीरी लोगों को मुक्त होने की कश्मीरी जनता की इच्छा को अनदेखा न करे. इमरान ने दावा किया कि यह जेनेवा संधि का उल्लंघन है. उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार की फासीवादी नीतियां कश्मीर लोगों के प्रतिरोध को कुचलने में नाकाम रहीं.
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पाकिस्तान आज कश्मीर दिवस मना रहा है
बता दें कि पाकिस्तान आज 5 फरवरी को कश्मीर दिवस मना रहा है. इसकी शुरुआत साल 1990 में तत्कालीन पाकिस्तानी पीएम बेनजीर भुट्टो ने की थी. इमरान खान इस समय चीन के दौरे पर हैं खबर है कि उन्होंने यहां ड्रैगन के साथ सीपीईसी और लोन को लेकर वर्चुअल बैठक की है.
इससे पहले पाकिस्तान केराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोइद युसूफ ने कहा था कि उनका देश भारत के साथ शांति चाहता है. पाकिस्तानी एनएसए ने आरोप लगाया कि भारत सरकार की विचारधारा ने सभी रास्तों को बंद कर दिया है. कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत का माहौल बनाने की जिम्मेदारी भारत की है.
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भारत अभी भी पाकिस्तान के लिए वास्तविक खतरा
पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति को जारी करने वाले मोइद युसूफ ने इंडियन एक्सप्रेस को दिये साक्षात्कार में कहा कि भारत अभी भी पाकिस्तान के लिए वास्तविक खतरा है. राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में भारत के साथ शांति के दावे के बारे में मोइद ने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ शांति चाहता है. लेकिन दुखद बात यह है कि वर्तमान भारत सरकार की विचारधारा ने सभी रास्तों को बंद कर दिया है. ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत सरकार की हमारे साथ बातचीत समझदारी से भरा नहीं है.