Ranchi : 1932 खतियान आधारित स्थानीय व नियोजन नीति की मांग करने वाले युवा आंदोलनकारी जयराम महतो ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार वर्ष 2016 की नियोजन नीति लायी, तो इसका विरोध होगा. अभ्यर्थी सड़कों पर उतर कर इसका विरोध करेंगे. उन्होंने इसके लिए युवाओं के बीच कराये गये सर्वे का भी विरोध किया है. यहां आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अगर यही करना था, तो इतने सालों का वक्त लेकर छात्रों का समय क्यों बर्बाद किया. पिछली सरकार वाली नियोजन नीति लाकर बाहरियों के लिए दरवाजे खोली जा रही है.
बिहार की तरह झारखंड में कॉलम क्यों नहीं
कहा कि बिहार में फॉर्म में भारत के नागरिक और बिहार राज्य के निवासी का कॉलम रहता है, जो कि झारखंड में नहीं है. शिक्षा विभाग का पत्र दिखाते हुए बताया कि इसमें सिर्फ बिहार कैंडिडेट लिखा रहता है. वहीं छत्तीसगढ़ की बात करें तो वहां का मूल निवासी होना अनिवार्य होता है. मध्यप्रदेश में तो स्पष्ट रूप से लिखा होता है कि अभ्यर्थी मध्यप्रदेश का स्थानीय निवासी हो. वहीं कुर्मियों को एसटी केटेगरी में शामिल की मांग को लेकर कहा कि हमारा वर्षों से लड़ाई चल रही है. इसका हम नैतिक समर्थन करते हैं. कुर्मियों को अगर राज्य सूची में शामिल करने की मांग की जा रही है, तो उसे सरकार राज्य सूची में शामिल करे. राज्य सरकार को इसकी समीक्षा करनी चाहिए.
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