Jamshedpur : शहर में इन दिनों साइबर ठगी की घटना बढ़ती जा रही है. साइबर ठग बीएसएनएल के सिम में केवाईसी अपडेट करने का झांसा देकर ऐसा एप डाउनलोड करवाते हैं जिससे आपका मोबाईल स्क्रीन हैक हो जाता है. इसके बाद केवाईसी अपडेट के लिए 10 रुपए बीएसएनएल के रजिस्टर्ड नंबर से भेजते ही एकाउंट से सारे पैसे गायब हो जाता हैं. शहर में पिछले एक महीने में 10 ऐसे मामले सामने या चुके हैं. बस एक फोन कॉल आते ही मिनटों में लाखों रुपए साइबर ठगों के खाते में जा चुके हैं. महीने भर में साइबर ठगी के शिकार हुए सभी लोग रिटायर्ड कर्मचारी हैं. इनमें टाटा स्टील से सेनानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों सहित डॉक्टर, सरकारी टीचर आदि शामिल हैं.
जागरूकता के अभाव में लोग हो रहे ठगी के शिकार : साइबर थाना प्रभारी
इस संबंधे में साइबर थाना प्रभारी उपेन्द्र मंडल ने कहा कि साइबर ठगी के प्रति जागरुकता के अभाव में ऐसे मामले बढ़ते जा रहे हैं. अभी हाल के दिनों में बीएसएनएल के सिम में केवाईसी अपडेट के नाम पर लाखों की साइबर ठगी हो चुकी है. महीने भर में ठगी के शिकार हुए सभी लोग रिटायर्ड कर्मचारी हैं. इनमें से बहुतों का परिवार भी उनसे दूर रहता है. ऐसे में जब उन्हें एक फोन आता है और कहा जाता है कि यदि आपने अपना बीएसएनएल नंबर पर 10 रुपए का केवाईसी अपडेट नहीं करवाते हैं तो कल से आपका सिम बंद हो जाएगा. यह सुनते ही वे अपने फोन में एक एप डाउनलोड कर लेते हैं. ऐसा करते ही उक्त व्यक्ति का स्क्रीन हैक हो जाता है. रिचार्ज के लिए ओटीपी डालते साथ एकाउंट से सभी पैसे गायब हो जाते हैं. थाना प्रभारी उपेन्द्र मंडल ने कहा कि देश भर में 80 प्रतिशत एकाउंट और उनके होल्डर्स की जानकारी साइबर अपराधियों के पास है. इसी जानकारी के आधार पर वे अपना लक्ष्य तय करते हैं. लोगों को यह जानने की आवश्यकता है कि सिम खरीदने के दौरान ही केवाईसी अपडेट कर दिया जाता है. दोबारा इसे अपडेट करने की जरूरत नहीं है.