Saraikela/Kharsawan : खरसावां वन क्षेत्र में हाथियों का उत्पात थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. जंगली हाथियों का झुंड शाम ढलते पहाड़ों से खेतों की ओर अपना रुख कर रहे हैं. खेतों में तैयार धान के फसल को खाने के साथ-साथ पैरों तले रौंद कर बर्बाद कर रहे हैं. इससे किसान सहमे हुए हैं. खरसावां वन क्षेत्र के अंतर्गत चिलकू, बंदीराम, विषयगोड़ा, प्रगणाडीह, विटापुर, सोखानडीह, रामपुर, काशीडीह, रामगढ़ आदि गावों में करीब एक दर्जन हाथियों ने तांडव मचा कर लगभग 5 एकड़ खेत में तैयार धान की फसल को खाने के बाद रौंद दिया.
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हाथियों ने खरसावां वन क्षेत्र के रामपुर में सेलाय हेम्ब्रम, बबलू हेम्ब्रम, जोगेश्वर महतो, विषयगोड़ा में वीर मांझी, काशीडीह में मधु महतो, काठुराम महतो, बावरी महतो, मंगल महतो सहित अन्य किसानों के खेतों में लहलहाती फसल को रौंद दिया. हाथियों के इस झुंड में बच्चा हाथी भी शामिल है. खरसावां का काशीडीह जंगल जंगली हाथियों की शरणस्थली बन चुका है. किसानों ने बताया कि हाथियों को खदेड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. दूसरी ओर वन विभाग भी पूरी तरह से सुस्त पड़ा हुआ है. हाथियों को खेतों से जंगल की ओर खदेड़ने के लिए किसी तरह की ठोस पहल नहीं की गई है.