New Delhi : भारतीय सेना के दृष्टिकोण से एक बड़ी खबर आयी है. तीनों सेनाओं के एकीकरण की दिशा में भारत आगे बढ़ा है. बताया जाता है कि पिछले सप्ताह कुछ आर्मी अफसरों को वायुसेना और नौसेना में तैनात करने का आदेश जारी किया गया है. ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट(आर्मी) के अधिकारी वायुसेना और नौसेना के युद्धपोतों पर तैनात किये जाने का आदेश है. एक अधिकारी के अनुसार संयुक्त फोर्स तैयार करने की दिशा में भारत ने कदम आगे बढ़ा दिया है. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
मेजर और कैप्टन रैंक के अधिकारियों के लिए आदेश जारी किया गया है
सेना का यह आदेश मेजर और कैप्टन रैंक के अधिकारियों के लिए जारी किया गया है. जान लें कि सेना की तीनों यूनिट में ब्रह्मोस मिसाइल ऑपरेट करने के लिए अधिकारियों-जवानों की तैनाती होती है. ब्रह्मोस देश की महत्वपूर्ण मिसाइल है. यह हाइपरसोनिक स्पीड से चलती है. यह 400 किलोमीटर तक मार कर सकती है.
भारतीय वायुसेना के पास जमीन से ब्रह्मोस फायर करने वाली यूनिट है
भारतीय वायुसेना के पास जमीन से ब्रह्मोस फायर करने वाली यूनिट है. इसके अलावा 30-एमकेआई फाइटर जेट को भी मिसाइल फायर करने के हिसाब से मोडिफाइ किया गया है. सूत्रों के अनुसार क्रॉस पोस्टिंग से कॉमन यूज प्लेटफॉर्म बढ़ेंगे, जिससे तीनों सेनाओं का काम आसान होगा. इसके तहत एयर डिफेंस सिस्टम आकाश यूएवी और हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल किया जायेगा.
आर्मी की तीनों यूनिट में अडवांस हेलिकॉप्टर और चिनूक हेलिकॉप्टर शामिल हैं
आर्मी की तीनों यूनिट मेंअ डवांस हेलिकॉप्टर और चिनूक हेलिकॉप्टर शामिल हैं. वायुसेना के पास पहले से ही चिनूक हैं. आर्मी ने इसके लिए ऑर्डर दे दिया है. याद केरं कि पूर्व चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ दिवंगत जनरल बिपिन रावत ने तीनों सेनाओं की फाइटिंग यूनिट के एकीकरण की योजना बनाई थी. इस क्रम में हाल ही में डिफेंस स्पेस एजेंसी और डिफेंस साइबर एजेंसी, दो डिविजन बनाये गये थे. जान लें कि इसमें क्रॉस पोस्टिंग का सिस्टम है.