NewDelhi : अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड जेम्स ऑस्टिन तीन दिवसीय भारत यात्रा पर आये हुए हैं. आज दूसरे दिन शनिवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड जेम्स ऑस्टिन के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई. खबर है कि बैठक में दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति बनी.
इस अवसर पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत सहित तीनों सेनाओं के चीफ मौजूद थे. इससे पूर्व ऑस्टिन ने शुक्रवार को दिल्ली पहुंचने के कुछ घंटे बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से वार्ता की.
भारतीय सेना और यूएस इंडो-पैसिफिक कमांड, सेंट्रल कमांड, अफ्रीका कमांड के बीच हम सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। भारत अमेरिका के साथ मजबूत रक्षा साझेदारी को और आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह https://t.co/PJ55UsuDwE pic.twitter.com/WDwQEr9x5k
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 20, 2021
ऑस्टिन ने ट्वीट किया, भारत में आकर रोमांचित हूं
ऑस्टिन ने ट्वीट किया, यहां भारत में आकर रोमांचित हूं. दोनों देशों के बीच सहयोग की गहराई हमारी व्यापक रक्षा साझेदारी के महत्व को दर्शाती है और हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र के सामने आने वाली चुनौतियों पर मिलकर काम कर रहे हैं.
आज प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत के बाद जारी बयान में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, भारतीय सेना और यूएस इंडो-पैसिफिक कमांड, सेंट्रल कमांड, अफ्रीका कमांड के बीच हम सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं. हमने LEMOA, COMCASA और BECA समझौतों पर हस्ताक्षर किये है. भारत अमेरिका के साथ मजबूत रक्षा साझेदारी को और आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
हमारी व्यापक और उपयोगी बातचीत हुई
अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने कहा कि हमारा संबंध फ्री और ओपन इंडो-पैसिफिक रीजन का एक गढ़ है. पीएम मोदी ने कहा था कि भारत फ्रीडम ऑफ नेविगेशन और फ्रीडम ऑफ ओवरफ्लाइट के लिए खड़ा है. यह क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए हमारे साझा दृष्टिकोण की पुष्टि करता है.
संयुक्त बयान जारी करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि रक्षा मंत्री ऑस्टिन और उनके प्रतिनिधिमंडल के साथ हमारी व्यापक और उपयोगी बातचीत हुई. हम व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी की पूरी क्षमता का एहसास करने के लिए दृढ़ हैं.
रक्षा-सहयोग पर व्यापक रूप से बातचीत, मिलिटरी टू मिलटरी इंगेजमेंट बढ़ाने, सूचना साझेदारी और रक्षा और म्यूचुअल लॉजिस्टिक सपॉर्ट के उभरते क्षेत्रों में सहयोग पर भी चर्चा हुई. विश्लेषकों का मानना है कि दोनों देशों के बीच सैन्य गतिविधियों के बढ़ने से चीन की टेंशन बढ़ जायेगी.
शहीदों को श्रद्धांजलि दी
ऑस्टिन तीन देशों की यात्रा के कार्यक्रम के तहत जापान और दक्षिण कोरिया की यात्रा के बाद भारत आए हैं. इस यात्रा को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की क्षेत्र में अपने निकट सहयोगियों और साझेदारों के साथ संबंधों को लेकर मजबूत प्रतिबद्धता दर्शाने की कोशिश के तहत देखा जा रहा है. ऑस्टिन आज सुबह राष्ट्रीय समर स्मारक गए और भारत के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. वार्ता से पहले उन्हें विज्ञान भवन परिसर में सलामी गारद दिया गया.