Bali : इंडोनेशिया के बाली में G-20 समिट में हिस्सा लेने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मुलाकात की. बता दें कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने के बाद ऋषि सुनक से पीएम मोदी की यह पहली मुलाकात है. ऋषि सुनक भारतीय मूल के हैं. ब्रिटेन में राजनीतिक अस्थिरता के बीच लिज ट्रस द्वारा इस्तीफे दिये जाने के बाद ऋषि सुनक अक्टूबर में कंजरवेटिव पार्टी के प्रमुख चुने गये और यूके के प्रधानमंत्री बने.
PM Modi meets UK’s Rishi Sunak for first time at G20 Summit
Read @ANI Story | https://t.co/Lnt8t1Vlzh#G20Summit #G20Indonesia #RishiSunak #PMModi pic.twitter.com/x3142KhwLh
— ANI Digital (@ani_digital) November 15, 2022
इसे भी पढ़ें : काशी विश्वनाथ मंदिर में पकड़े गये तीनों संदिग्धों का क्रिमिनल रिकॉर्ड खंगाल रही गिरिडीह पुलिस
जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी मिले
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी G-20 शिखर सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी मिले. जान लें कि मोदी ने यहां खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा पर आयोजित सत्र को संबोधित किया.
इसे भी पढ़ें : श्रद्धा के हत्यारे आफताब ने कबूला, Yes i killed her, फ्रिज में शव के टुकड़े रखे थे, कमरे में नयी गर्लफ्रेंड थी…
पहले व दूसरे विश्व युद्ध ने दुनिया में कहर बरपाया
अपने भाषण के क्रम में पीएम मोदी ने रूस और यूक्रेन युद्ध का भी जिक्र किया. कहा कि मैं बार बार कह रहा हूं कि हमें यूक्रेन में युद्ध रोकने के लिए कूटनीति के रास्ते पर लौटने का समाधान खोजना होगा. पहले व दूसरे विश्व युद्ध ने दुनिया में कहर बरपाया. इसके बाद उस समय के नेताओं ने शांति का मार्ग अपनाने का गंभीर प्रयास किया था. अब हमें भी प्रयास करना चाहिए.
इसे भी पढ़ें : इंडोनेशिया : जी20 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर चेताया, कहा, हम युद्धविराम पर सोचें…
दुनिया में essential goods की सप्लाई का संकट बरकरार
पीएम मोदी ने इस कठिन वैश्विक परिस्थिति में G20 को प्रभावी नेतृत्व देने के लिए राष्ट्रपति जोको विडोडो का अभिनंदन किया. कहा कि क्लाइमेट चेंज, कोविड महामारी, यूक्रेन का घटनाक्रम और उससे जुड़ी वैश्विक समस्याएं, इन सब ने मिल कर विश्व मे तबाही मचा दी है. ग्लोबल सप्लाई चेन तहस-नहस हो गयी हैं. पूरी दुनिया में essential goods की सप्लाई का संकट बरकरार है.
हर देश के गरीब नागरिकों के लिए चुनौती और गंभीर है. वे पहले से ही रोजमर्रा के जीवन से जूझ रहे थे, उनके पास दोहरी मार से जूझने की आर्थिक capacity नहीं है. मोदी ने कहा कि UN जैसी मल्टीलैटरल संस्थाएं इन मुद्दों पर निष्फल रही हैं.
wpse_comments_template]