Jamshedpur (Anand Mishra) : सरायकेला स्थित इंस्टीच्यूट फॉर एजुकेशन कॉलेज की ओर से एवं श्रीकृष्णा पब्लिक स्कूल, जमशेदपुर तथा कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडिया (कैट) के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय नेशनल सेमिनार रविवार को समारोहपूर्वक सम्पन्न हुआ. बिष्टुपुर स्थित श्री कृष्णा पब्लिक स्कूल प्रेक्षागृह में आयोजित इस सेमिनार के समापन समारोह के मुख्य अतिथि कोल्हान यूनिवर्सिटी के प्रभारी कुलपति सह प्रमण्डलीय आयुक्त मनोज कुमार थे. उनका स्वागत पारंपरिक विधि से किया गया. स्वागत गीत और स्वागत नृत्य के साथ समारोह आरंभ हुआ. महाविद्यालय के निदेशक आरएन माहान्ती ने मनोज कुमार को पुष्प गुच्छ, शॉल तथा स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया. सेमिनार में विभिन्न बिहार, ओड़िशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली सुमित अन्य राज्यों से आए शिक्षाविदों और प्रतिभागियों ने शिक्षा, शिक्षा नीति, स्वास्थ्य, खेल, व्यापार, तकनीकी शिक्षा, नैतिक मूल्यों और महत्वपूर्ण विषयों पर अपने वक्तव्य प्रस्तुत किए. भावी युवाओं के भविष्य को कैसे बेहतर बनाया जा सके, इस विषय पर गहराई से सोचा जाए.
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मुख्य अतिथि मनोज कुमार इस दो दिवसीय सेमिनार के विषय से प्रभावित नजर आये. इसमें मुख्य रूप से स्वास्थय और नैतिकता को महत्व देते हुए उन्होंने आश्वासन भी दिया कि स्वास्थ और नैतिकता को बढ़ावा देना है. स्वास्थ्य के संबंध में उन्होंने बताया कि झारखंड में अभी भी एक तिहाई बालिकाएं एनीमिक हैं. स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य में बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार सतत प्रयत्नशील है. इसके लिए सरकार कई योजनाएं भी चल रही हैं. शिक्षा और नैतिकता की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें अवसर मिले तो वह भी इसको आगे बढ़ायेंगे. साथ ही उपनिषद् और पुराणों की शिक्षा में वर्तमान में लागू करना चाहिए. शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे बदलाव तथा उससे युवा पीढ़ी को लाभ और बेहतर जीवन की विषय पर चर्चा किया. युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए पाश्चात्य सभ्यता की ओर झुकाव न कर अपनी सभ्यता का सम्मान करें. नशा से दूरी रखें तथा माताओं और बहनों का सम्मान करें. ई-कार्मस के माध्यम से दोहरी शिक्षा के साथ व्यवसाय पर भी ध्यान दिया जा सकता है. उन्होंने सेमिनार की सराहना करते हुए आगे भी इस तरह क्या आयोजन करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया एवं शुभकामनाएं दी.
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सेमिनार उपस्थित सभी के लिए बहुत ही उपयोगी और महत्वपूर्ण रहा. सेमिनार के दूसरे व अंतिम दिन तीन तकनीकी सत्र हुए. आज के पहले सत्र के सभाध्यक्ष के रूप में इग्नू देवघर के निदेशक डॉ सरोज कुमार मिश्रा. प्रतिभागियों में डॉ. मनोज कुमार पाठक, स्वाति किरण, डॉ राखी कुमारी, डॉ विनय कुमार गुप्ता, डॉ रत्ना मित्रा, प्रो कमल कुमार बुद्धा थे. दूसरे सत्र में सभाध्यक्ष महात्मा गाँधी अर्न्तराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा के डीन एवं विभागाध्यक्ष नृपेन्द्र प्रसाद मोदी थे. प्रतिभागियों में विनय कुमार सिंह, सिक्की कुमारी, वंदना कुमारी, डॉ स्वीटी सिन्हा, इंदु कुमारी ने अपने पेपर प्रस्तुत किये. तीसरे सत्र के सभाध्यक्ष डॉ मिथलेश चौब थे जबकि रिर्पोटियर सुमन कुमारी थीं. इसमें डॉ आशा कुमारी व अन्य ने अपने पेपर प्रस्तुत किये. इस दो दिवसीय सेमिनार की सूत्राधार कोल्हन विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति डॉ शुक्ला माहान्ती ने कहा कि यह शिक्षा के क्षेत्र में अत्यन्त ही सराहनीय कार्य रहा, जिससे शिक्षक, छात्र और समाज सभी के लिए महत्वपूर्ण है। जिसके लिए शिक्षा अत्यन्त आभारी रहेगा. सेमिनार में करीब 200 से अधिक प्रतिभागियों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में हिस्सा लिया. प्रतिभागियों के बीच अतिथियों ने प्रमाण पत्र का वितरण किया. धन्यवाद ज्ञापन सिक्की कुमारी ने किया.