New Delhi : पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) भारत से हथियार सप्लाई की विस्तृत जानकारी जुटाने में लगा है. यह खुलासा अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (National Directorate of Security) के शीर्ष सूत्रों ने एक समाचार एजेंसी के साथ बातचीत के दौरान किया है. कहा गया है कि सभी एनडीएस अधिकारी और अफगान सैनिक आईएसआई और तालिबान की निगरानी में हैं. मालूम हो कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई पर आतंकी संगठनों को फंडिंग करने, उन्हें आतंकियों को पाकिस्तान में पनाह देने और प्रशिक्षित करने के आरोप लगते रहे हैं. एनडीएस के शीर्ष सूत्र ने यहा भी कहा है कि तालिबान की आम माफी सिर्फ दुनिया की आंखों में धूल झोंकने के लिए है. बताया गया कि आईएसआई एनडीएस के अधिकारियों पर नजर रख रही है. वह यह भी जानना चाहता है कि ये अधिकारी भारत में किन माध्यमों से हथियार और गोला-बारूद मंगाया करते थे. अमेरिकी सैनिकों की वापसी के साथ भले ही तालिबान सरकार बनाने में जुट गया है. पर साथ ही पूरी दुनिया अफगानिस्तान में मौजूदा हालात को लेकर चिंतित है.
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जान से मारने की धमकी
पूर्व अफगान अधिकारियों की माने तो तालिबान ने ऐसी एक सूची बनाई है. जिसमें अमेरिका के मददगारों के सामने नहीं आने पर तालिबान ने उनके परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी है.तालिबान के लड़ाकों ने 15 अगस्त को जब अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया, तो सड़कों पर चेक पोस्ट लगा दी गयी और सरकारी खुफिया एजेंसी, राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (एनडीएस) के सदस्यों को तलाशना शुरू कर दिया था. तालिबान उन लोगों की भी तलाश में लगा है, जिनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने अमेरिका और नाटो बलों के साथ काम किया और तालिबान के खिलाफ उनकी मदद की.