Lagatar Desk : टोक्यो पैरालंपिक में मंगलवार को फिर चांदी ही चांदी. इस बार पैरा एथलीटों ने कमाल किया है. इस बार सिल्वर मेडल ऊंची कूद में मिला है. इसमें मरियप्पन थंगावेलु ने सिल्वर मेडल जीता, जबकि शरद कुमार को कांस्य मिला. पुरुषों की ऊंची कूद टी63 स्पर्धा में मरियप्पन ने 1.86 मीटर, जबकि शरद ने 1.83 मीटर की कूद लगायी. वहीं, अमेरिका के सैम क्रू गोल्ड ने मेडल जीता. टोक्यो पैरालंपिक में ऊंची कूद में भारत के अब तीन पदक हो गये. इससे पहले भारत के निषाद कुमार ने रविवार को पुरुषों की ऊंची कूद टी47 स्पर्धा में एशियाई रिकॉर्ड के साथ रजत पदक जीता था.
मंगलवार को ही शूटिंग स्पर्धा में भारत के सिंहराज ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. उन्होंने पुरुषों के 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 के फाइनल में तीसरा स्थान हासिल किया. हरियाणा के पैरा शूटर ने 216.8 का स्कोर किया और भारत को कांस्य पदक दिलाया. पीएम मोदी ने तीनों पदकवीरों को बधाई दी है.
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सोमवार का दिन रहा था ऐतिहासिक
टोक्यो पैरालंपिक में सोमवार का दिन ऐतिहासिक रहा था. भारत की झोली में कई पदक आये छे. भारत ने दो गोल्ड मेडल जीते थे. निशानेबाजी में अवनि लेखड़ा और जैबलिन थ्रो स्पर्धा में सुमित अंतिल ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा. वहीं भारत के हाथ से एक ब्रॉन्ज पदक छिन गया था. चक्का फेंक में विनोद कुमार ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था, मगर उनका मेडल होल्ड पर रख दिया गया था पर विकार के क्लालिफिकेशन निरीक्षण में ‘अयोग्य’ पाए जाने के बाद पुरुषों की एफ52 चक्का फेंक स्पर्धा का मेडल गंवा दिया था.
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भारत के अब 10 पदक
टोक्यो पैरालंपिक्स में भारत के अब 10 पदक हो गए हैं. इससे पहले देवेंद्र ने 64.35 मीटर और सुंदर सिंह गुर्जर ने 64.01 मीटर दूर भाला फेंका. राजस्थान के चुरू जिले के रहने वाले देवेंद्र झाझरिया ने 2016 रियो पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीता था. उनके नाम भारत की ओर से पैरालंपिक में दो बार गोल्ड जीतने का रिकॉर्ड दर्ज है.
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