Ranchi : कोरोना के वैरिएंट का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा झारखंड में जिनोम सीक्वेंसिंग मशीन की खरीदारी की गई है. यह खरीदारी 3 महीने पहले ही हुई है. लेकिन अब तक इस मशीन को चालू नहीं किया जा सका है. इस सिलसिले में जब स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से प्रश्न किया गया, तो उन्होंने कहा कि मशीन के संचालन के लिए आवश्यक मानव बल (मैन पावर) की जरूरत है. उसके लिए फाइल आगे बढ़ाई गयी है. इसका परमानेंट उपाय किया जा रहा है. इस मशीन से कई वंशानुगत बीमारी का भी पता किया जा सकेगा.
मशीन के जरूरी पुर्जे की खरीदारी में फंसा है पेंच
कोविड-19 की तीसरी लहर से ही रिम्स में जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन लगाने की प्रक्रिया चल रही है. लेकिन अभी तक यह पूरा नहीं हो पाया है. ऐसे में अब तक कोरोना के भी वैरिएंट की जांच शुरू नहीं हो पायी थी. संबंधित कंपनी से जीनोम मशीन के उपकरणों व पुर्जों की खरीद की प्रक्रिया अभी भी जारी है. स्वास्थ्य विभाग ने निर्माता कंपनी से पांच करोड़ से भी अधिक राशि में अमेरिका से जीनोम मशीन मंगवायी है. लेकिन मशीन को चलाने के लिए जरूरी उपकरण व पुर्जों की खरीदारी बाकी है.
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