Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : टैगोर सोसायटी द्वारा मंगलवार को पुस्तक मेला में पुस्तकों के प्रति लोगों की कम होती रुचि विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया था. इसमें मुख्य वक्ता के रूप में शहर के प्रसिद्ध कथाकार जयनंदन उपस्थित थे. अन्य वक्ताओं में शिक्षक लेखक अरुण कुमार सज्जन साहित्यकार संध्या सिन्हा और साहित्यकार एवं विदुषी डॉक्टर रागिनी भूषण ने विचार गोष्ठी में अपने विचार रखे. कथाकार जयनंदन ने कहा कि लेखन में सुधार कर अथवा बेहतर लेखन से ही पुस्तकों के प्रति लोगों में रुचि पैदा की जा सकती है. आज के दौर में अपने नाम से पुस्तक प्रकाशित करवाना एक फैशन बन गया है. अतः इन पुस्तकों से जहां समाज को नुकसान हो रहा है वहीं पुस्तकों के प्रति लोगों की रुचि भी कम हो रही है.
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इंटरनेट और वर्चुअल मीडिया की पहुंच 30 फीसदी से 40% लोगों के पास ही है. ज्यादातर लोग आज भी पुस्तकों पर ही भरोसा करते हैं. डॉ रागिनी भूषण ने कहा कि वर्तमान समय में शॉर्टकट के रास्ते हमें सफलता चाहिए जो समाज को अंदर से खोखला कर रहा है. हम पढ़ते परीक्षा के लिए हैं जबकि अध्ययन स्वयं के ज्ञानवर्धन के लिए करते हैं.
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संध्या सिन्हा ने कहा कि पुस्तकों के डिजिटल मोड पर उपलब्ध कराने की वकालत करते हुए कहा कि पुस्तकों के प्रति लोगों में रुचि कम नहीं हुई है, बल्कि आज का युवा वर्ग मोबाइल और लैपटॉप पर पुस्तकों को पढ़ रहा है. वहीं शिक्षक लेखक अरुण कुमार सज्जन ने कहा कि इंटरनेट के आने से पुस्तकों के प्रति लोगों की रुचि कम हुई, लेकिन गूगल पर उपलब्ध सभी सूचनाएं और जानकारियां सही नहीं होती हैं. गूगल पर उपलब्ध गलत जानकारी से समाज को काफी नुकसान हो रहा है. कार्यक्रम का संचालन रेणु बाला मिश्रा ने किया. इससे पूर्व टैगोर सोसाइटी के महासचिव आशीष चौधरी ने सभी भक्तों क पुष्पगुच्छ देकर और शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया.