Jamshedpur : आत्महत्या निवारण के क्षेत्र में कार्यरत जीवन संस्था की ओर से बिष्टुपुर में गुरुवार को परिचर्चा का आयोजन किया गया. इसमें आत्महत्या के कारण और निवारण पर वक्ताओं ने अपने विचार रखे. जीवन संस्था के संस्थापक निदेशक महावीर राम ने बताया कि मनुष्य में निराशा उत्पन्न होना अवसाद का प्रमुख कारण है. ऐसे समय में मनुष्य के दिमाग में नकारात्मकता ज्यादा रहती है. इसके कारण वे आत्महत्या जैसा कदम उठाने को मजबूर होते हैं. आंकड़ों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 से 2020 तक इन 11 वर्षों में सबसे ज्यादा आत्महत्या की घटनाएं 2020 में हुईं. इसमें 258 लोगों ने अवसाद के कारण आत्महत्या की है. हालांकि 2019 में सबसे कम 177 लोगों ने आत्महत्या की. 2021 में जुलाई तक 155 लोगों ने मौत को गले लगाया था. खासकर कोरोना के दौर में लोगों के मन में नौकरी छूटने, बेरोजगारी बढ़ने और बीमारी के कारण आत्महत्या की घटनाएं ज्यादा हुईं. उन्होंने कहा कि जीवन संस्था लोगों को अवसाद से मुक्ति दिलाने में सहायता करती है. इसके वॉलेंटियर समय रहते ऐसे लोगों की काउंसलिंग कर मन परिवर्तन करा देते हैं. इससे वे अपना अनमोल जीवन गंवाने से बच जाते हैं. महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में आत्महत्या की प्रवृत्ति ज्यादा होती है. इस वर्ष जुलाई तक जहां 110 पुरुषों ने आत्महत्या की, वहीं आधे से भी कम 45 महिलाओं ने मौत को गले लगाया. मरने वालों में 45 वर्ष से ऊपर के लोगों का आंकड़ा केवल 35 है, जबकि 45 वर्ष तक के लोगों का आंकड़ा 120 है. इस वर्ष अब तक 11 छात्रों ने आत्महत्या की है. इस वर्ष सबसे ज्यादा फांसी लगाने की घटना हुई है. कुल 118 लोगों ने फांसी लगाकर जान दी है. जहर खाने से 7 लोगों की मौत हुई है. 9 लोगों की ट्रेन से कटकर मौत हुई है.
आत्महत्या निवारण में जीवन का प्रयास अच्छा : डीडीसी
जिले के उप विकास आयुक्त (डीडीसी) परमेश्वर भगत ने कहा कि आत्महत्या की घटनाएं निःसंदेह चिंताजनक हैं. लेकिन सही समय पर मनुष्य की मनोवृति का पता चल जाने पर इसे टाला भी जा सकता है. आत्महत्या निवारण में जीवन संस्था के प्रयास की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इनके आंकड़े बताते हैं कि 15 वर्षों में 10,000 से ज्यादा लोगों को अवसाद मुक्त कर संस्था ने सकारात्मक सोच पैदा की. इसके कारण आत्महत्या की घटनाओं में कमी आई. हालांकि 15 वर्षों में 2700 लोगों का आत्महत्या करना भी चिंताजनक है. उन्होंने संस्था के सभी वॉलेंटियर्स को धन्यवाद दिया कि वे अपना काम करते हुए लोगों का जीवन बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
परविंदर भाटिया को मिला सर्वश्रेष्ठ रिपोर्टिंग का पुरस्कार
आत्महत्या निवारण निवारण केंद्र ‘जीवन’ द्वारा आत्महत्या निवारण दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित सुसाइड प्रिवेंशन रिपोर्टिंग प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार द पॉयनियर के स्पेशल संवाददाता परविंदर भाटिया को दिया गया. उप विकास आयुक्त परमेश्वर भगत ने ‘जीवन’ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उन्हें पुरस्कृत किया. पुरस्कार के रूप में उन्हें 5100 रुपए नगद इनाम और प्रशस्ति पत्र दिया गया. यह प्रतियोगिता जीवन ने 15 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित की थी. प्रतियोगिता में आकाशवाणी के वरीय उद्घोषक शाहिद अनवर को तीसरा और उदितवाणी के संवादाता संजय प्रसाद को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ. कार्यक्रम में जीवन के निदेशक जेआर जैन, पूर्व चेयरमैन रोनाल्ड डिकोस्टा, संस्थापक निदेशक महावीर राम उपस्थित थे.