Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : शहर के सोनारी स्थित दोमुहानी और साकची स्वर्णरेखा घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मंगलवार को गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. भोर की पहली किरण से ही नदी स्नान करने के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और स्वर्णरेखा और खरकई के संगम दोमुहानी में आस्था की डुबकी लगाकर पूजा अर्चना की. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान कर पूजा अर्चना करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. कार्तिक का महीना भगवान विष्णु को समर्पित है.
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गंगा स्नान के बाद दीप-दान करते है लोग
कार्तिक पूर्णिमा तिथि के दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य का अवतार धारण किया था, जिन्हें भगवान विष्णु का प्रथम अवतार भी माना जाता है. आमतौर पर इस दिन गंगा स्नान के बाद दीप-दान किया जाना चाहिए. इस दीप-दान को दस यज्ञों के समान माना जाता है. कार्तिक पूर्णिमा को देव दिवाली के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है. गंगा नदी में स्नान करने मात्र से पापों का नाश होता है तथा अनंत पुण्यफल की प्राप्ति होती है. ऐसे में स्वर्णरेखा और दोमुहानी घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर श्रद्धालु गंगा स्नान करने पहुंचे. जिला प्रशासन द्वारा घाटों पर किसी प्रकार की कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई थी. आपको बता दें कि आज ही चंद्रग्रहण भी है, जिसका सूतक सुबह 8 बजे से लग गया है. इसके लिए श्रद्धालुओं को सुबह 8 बजे से पहले ही गंगा स्नान करना था.
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