JAMSHEDPUR, (MUJTABA HAIDER RIZVI) : मानगो ब्रिज पर आत्महत्या को रोकने के लिए जाली लगाई गई थी. छोटे ब्रिज से तकरीबन 10 फीट लंबी जाली एक महीने से गायब है. लेकिन, जिला प्रशासन और टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (TATA STEEL UISL) इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है. यह जाली कहां गई? कौन इसे ले गया? इसे लेकर तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं. जाली नहीं होने से कभी भी यहां आत्महत्या की घटना हो सकती है. कोई भी यहां से अपनी जान देने की कोशिश कर सकता है. लोगों कि मांग है कि छोटे ब्रिज पर खाली जगह जाली लगाई जाए ताकि किसी भी तरह की अनहोनी को टाला जा सके.
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खुदकुशी रोकने को पूर्व डीसी ने लगवाई थी जाली
जमशेदपुर में आत्महत्या का ग्राफ काफी अधिक है. पहले ज्यादातर लोग मानगो ब्रिज से स्वर्णरेखा नदी में कूदकर आत्महत्या करते थे. आए दिन पुल से छलांग लगाकर खुदकुशी करने की खबरें आया करती थीं. पूर्व डीसी अमिताभ कौशल ने मानगो ब्रिज पर आत्महत्या की घटनाओं को रोकने के लिये जाली लगवाई थी. पूर्व डीसी एक मीटिंग में हिस्सा लेने दिल्ली गए थे. वहां उन्होंने यमुना नदी पर जाली लगी देखी थी और जानकारी करने पर पता चला था कि यह जाली इसलिए लगाई गई है ताकि लोग नदी में कूदकर आत्महत्या ना करें. दिल्ली से लौटकर पूर्व डीसी डॉ अमिताभ कौशल ने टाटा स्टील के अधिकारियों को मानगो ब्रिज पर जाली लगाने का आदेश दिया था. इसी के बाद यह जाली लगवाई गई थी.
जाली लगने के बाद पुल पर आत्महत्या में आई कमी
मानगो के बड़े और छोटे ब्रिज पर जाली लगने के बाद पुल से कूदकर आत्महत्या के मामले में कमी आई है. पहले आए दिन पुल से कूदकर आत्महत्या की खबर आती थी. लेकिन अब इस पुल से आत्महत्या की घटनाएं थम गई हैं. मानगो ब्रिज पर लगी जाली की पहले भी चोरी हो चुकी है. जाली चोरी होने के बाद पुलिस को इस पर निगाह रखने के निर्देश दिए गए थे. चोर पुल पर लगा पाईप भी चोरी कर ले गए थे. बाद में टाटा स्टील यूआईएसएल ने उस स्थान पर नई जाली लगाई थी.
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