Jamshedpur : साल 2070 तक वन विभाग पर्यावरण में जीरो कार्बन का लक्ष्य हासिल करेगा. ऐसा पर्यावरण को बचाने के इरादे से किया जा रहा है. साल 2030 तक वन विभाग का लक्ष्य है कि वह कार्बन न्यूट्रल की स्थिति तक पहुंच जाएगा. इसके लिए जिले में पौधरोपण का बड़ा आंदोलन चलाया जाएगा. डीएफओ ममता प्रियदर्शी ने रविवार को बताया कि इसके लिए जिले के सभी जाहेरथान की घेराबंदी करने के बाद वहां पौधरोपण किया जाएगा. वन विभाग के पौधरोपण अभियान के चलते पूर्वी सिंहभूम में वन क्षेत्र में 3% की वृद्धि हुई है.
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पूरी तरह खत्म करनी होगी ग्रामीणों की लकड़ी पर निर्भरता
डीएफओ ने कहा कि अभी भी ग्रामीण इलाकों में अधिकतर जनता चूल्हा जलाने के लिए लकड़ी पर निर्भर है. यह निर्भरता खत्म करनी होगी. अभी भी सरकार की ओर से उज्ज्वला योजना चलाई जा रही है. दूसरी ओर, जंगलों में लकड़ियां भी काटी जा रही हैं. इसके लिए जागरुकता अभियान चलाना होगा. वन विभाग ने इस साल जागरुकता अभियान चलाकर जंगल में लगने वाली आग पर काबू पाया है. इस बार जंगल में आग लगने की कम घटनाएं हुई हैं. जहां आग लगी है, वहां जल्दी इसे बुझा दिया गया है.
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क्या है कार्बन जीरो
पर्यावरण से कार्बन घटाने को लेकर हाल ही में ग्लासगो में एक सम्मेलन हुआ था. इसमें विश्व के कई देशों ने साल 2050 तक जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है. इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंचे थे. भारत ने साल 2070 तक जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य तय किया है. भारत का लक्ष्य है कि साल 2030 तक कार्बन उत्सर्जन में एक अरब टन की कमी लाई जाएगी.
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वन विभाग के सभागार में हुआ अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता सेमिनार
मानगो में वन विभाग के सभागार में वन विभाग की ओर से रविवार को अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया. इस सेमिनार में मुख्य वक्ता डीएफओ ममता प्रियदर्शी थीं. इसके अलावा वन विभाग के अधिकारी और रेंजर्स ने सेमिनार में हिस्सा लिया. डीएफओ ने सभी रेंजर्स को समझाया कि किस तरह जिले का पर्यावरण अच्छा बनाना है. किस तरह कार्बन को पर्यावरण से खत्म करना है और कार्बन उत्सर्जन कम करना है. उन्हें प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया भी समझाई गई और लोगों में जागरुकता लाकर पेड़ों को कटाव से बचाना है और अधिक से अधिक पेड़ लगाने हैं.