Jamshedpur: पूर्वी सिंहभूम जिले में पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के लिये वृहत् कार्ययोजना तैयार की जा रही है. इसकी चर्चा आज जिलास्तरीय पर्यटन संवर्धन समिति की बैठक में हुई. बैठक में पूर्वी सिंहभूम जिले में पर्यटन की संभावनाओं, विभिन्न पर्यटक स्थलों का सौंदर्यीकरण तथा आधारभूत संरचना निर्माण को लेकर विमर्श किया गया. इस दौरान सभी विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र में स्थिति पर्यटनस्थलों के विकास एवं उनके सौंदर्यीकरण का प्रस्ताव रखा. जिसे बैठक में पारित किया गया.
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उपायुक्त सूरज कुमार ने कहा कि पूर्वी सिंहभूम जिले में पर्यटन के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं. लेकिन उन स्थलों के वास्तविक क्षमता का अब तक उपयोग नहीं हो पाया है. ऐसे में समावेशी व्यवस्था के तहत इनका विकास जाता है तो बरबस ही पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेंगे. उपायुक्त ने कहा कि जिले में वीकेंड टूरिज्म का पॉटेंशियल है, हमारा प्रयास है कि वीकेंड डेस्टिनेशन के बड़े हब के रूप में इसे विकसित किया जाए.
रांची के आंड्रे हाउस की तर्ज पर सोन मंडप-टाउन हॉल का हो विकास: सरयू राय
बैठक में मौजूद जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने पूर्वी में स्थित विभिन्न पर्यटक स्थलों के विकास को लेकर सुझाव दिया. जिनमें भुवनेश्वरी मंदिर, श्रीकृष्ण मंदिर, हुडको पार्क, घोड़ाबांधा में वन विभाग का पार्क, हुड़को डैम आदि. उन्होंने कहा कि रांची के आड्रे हाउस के तर्ज पर स्थानीय कला क्षेत्र से जुड़ी प्रतिभाओं को निखारने का प्रयास करने की दिशा में सोन मंडप व टाउन हॉल सिदगोड़ा सक्रिय गतिविधियों का केंद्र बन सकता है. उन्होंने टेल्को के भुवनेश्वरी मंदिर के नीचे के क्षेत्र को ईको-टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विकसित किए जाने पर बल दिया.
पर्यटन स्थलों के विकास से पलायन खत्म होगा : रामदास सोरेन
बैठक में मौजूद घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन ने कहा कि पूरा झारखंड ही पर्यटक स्थल है. पलायन की समस्या को खत्म करने में पर्यटक स्थलों का विकास काफी सहायक साबित होगा. उन्होने घाटशिला अंतर्गत बुरूडीह डैम, कालचिति पंचायत अंतर्गत बासाडेरा में धारागिरी झरना, हेरिटेज विलेज आमाडूबी धालभूमगढ़, सिद्धेश्वरी पहाड़ मुसाबनी, गालूडीह बराज, काशीदा का शिवमंदिर, घाटशिला के विभूति बाबू हाउस एवं पांच पांडव शिला आदि पर्यटक स्थलों के विकास का प्रस्ताव रखा.
बहरागोड़ा-चाकुलिया में दर्जनभर हैं पर्यटनस्थल, सभी का विकास जरूरी: समीर महंती
बहरागोड़ा के विधायक समीर महंती ने कहा कि झारखंड राज्य को प्रकृति ने बहुत कुछ दिया है. प्रकृति के आंचल में बसे इस राज्य के पर्यटक स्थलों को नैसर्गिक रूप से प्रकृति ने 90 फीसदी सौंदर्य प्रदान किया है. जरूरत है बचे हुए 10 फीसदी के विकास करने की. जिससे पर्यटकों को यहां आने पर सुखद अनुभूति हो. उन्होंने बहरागोड़ा क्षेत्र के अंतर्गत गोटाशिला मंदिर एवं पहाड़ी क्षेत्र चाकुलिया, ज्योति पहाड़ी बहरागोड़ा, तुलसीबनी शिवराम आश्रम चाकुलिया, डुंगरी मंदिर पाटपुर बहरागोड़ा, खोड़ीपहाड़ी चाकुलिया, पोंचापानी चाकुलिया, बेंद तेतुल डुंगरी जगधात्री मंदिर चाकुलिया, चित्रेश्वर मंदिर बहरागोड़ा, कानाईशहर पहाड़ चाकुलिया आदि पर्यटक स्थलों के विकास के सुझाव समिति की बैठक में रखा.
डिमना एवं दलमा पहचान का मोहताज नहीं, सुविधाएं बढ़ाने की जरूरत: मंगल कालिंदी
बैठक में मौजूद जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी ने कहा कि पूर्वी सिंहभूम जिले में कई पर्यटन स्थल पहचान के मोहताज नहीं है. जिसमें दलमा जंगल, डिमना लेक, हाथी-खेदा मंदिर (प्राचीन मूर्ति संग्राहलय) आदि. उनके विधानसभा क्षेत्र में छोटाबांकी डैम, मां मंगला मंदिर, हलुदबनी वॉटर फॉल, सीता पार्क व झरना आदि कई पर्यटक स्थल हैं. जिनका विकास एवं सौंदर्यीकरण जरूरी है. बैठक में इसपर अन्य सदस्यों ने भी सहमति जताई.
स्वास्थ्य मंत्री के प्रतिनिधि ने दोमुहानी में वोटिंग टूरिज्म की रखी मांग
जिलास्तरीय पर्यटन संवर्धन समिति की बैठक में जमशेदपुर पश्चिम के विधायक प्रतिनधि ने दोमुहानी घाट में वोटिंग एवं वॉकिंग ट्रैक की व्यवस्था की मांग की. साथ ही डिमना लेक, भाटिया पार्क, राम मंदिर बिष्टुपुर आदि के सौंदर्यीकरण एवं विकास का प्रस्ताव रखा. जबकि पोटका के विधायक प्रतिनिधि ने मुक्तेश्वर धाम हरिणा मंदिर, कालेश्वर मंदिर कोकदा, पहाड़भांगा, रंकिणी मंदिर जादूगोड़ा आदि धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों के विकास के सुझाव सदन में रखा. वहीं कला मंदिर (एनजीओ) के संचालक व समिति के सदस्य अमिताभ घोष ने जिले में विभिन्न पर्यटक स्थलों एवं पर्यटक सर्किट के अलावे लायलम व ढेंगाम गांव में हेरिटेज टूरिज्म के विकसित करने को लेकर सुझाव दिया.
पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित होंगे शहर के पार्क व जिले के डैम: डीसी
जिला उपायुक्त ने बैठक में बताया कि दलमा में जंगल ट्रेकिंग, सफारी, बंबू हट निर्माण के प्रस्ताव पर फोकस करते हुए ईको-टूरिज्म को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है. दलमा, डिमना झील, रंकिणी मंदिर, जुबली पार्क-बुरूडीह डैम को एक सर्किट में जोड़ते हुए पर्यटन विकास एवं सौंदर्यीकरण की दिशा में आवश्यक कदम उठाए गए है. बहरागोड़ा, धालभूमगढ़ व घाटशिला को जोड़ते हुए एक और पर्यटक सर्किट बनाने की दिशा में कार्य किया जाएगा. बैठक में अपर उपायुक्त प्रदीप प्रसाद, नोडल पर्यटन पदाधिकारी-सह जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार, कार्यापालक अभियंता विशेष प्रमंडल, पथ प्रमंडल, सहित समिति के अन्य सदस्य शामिल हुए.
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