Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : 23 जनवरी को नैक ग्रेडिंग के लिए यूजीसी की टीम कोल्हान विश्वविद्यालय पहुंचेगी. इसको लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा तैयारी की जा रही है. लेकिन यह भी सच है कि कोल्हान विश्वविद्यालय का रिकॉर्ड नैक ग्रेडिंग के मामले में बहुत खराब रहा है. 2016 में हुई नैक ग्रेडिंग में विश्वविद्यालयों को सिर्फ 1.6 सीजीपीए अंक प्राप्त हुए थे. जिसके कारण विश्वविद्यालय को सी ग्रेडिंग मिला था. इस वर्ष हालात में सुधार हुआ है लेकिन इससे बहुत अच्छी ग्रेडिंग की उम्मीद नहीं है.
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विश्वविद्यालय में शोध कार्य की स्थिति ठीक नहीं है
विश्वविद्यालय की अंतिम एक्यूआरए रिपोर्ट की बात करें तो पता चलता है कि विश्वविद्यालय को इस बार 23 जनवरी से होने वाले नेट ग्रेडिंग में बहुत अच्छे अंक नहीं मिलेंगे क्योंकि संस्थान में शिक्षकों की स्वीकृत पद 137 है. जबकि संस्थान में सिर्फ 35 शिक्षक ही है. वह भी बैकलॉग से पिछले दिनों हुई नियुक्तियों के बाद. इसका मतलब कि विश्वविद्यालय में 102 शिक्षकों की कमी के साथ ही पठन-पाठन का कार्य चल रहा है. इतना ही नहीं विश्वविद्यालय में शिक्षक छात्र अनुपात भी ठीक नहीं है. वर्तमान में शिक्षक छात्र अनुपात 1:50 से भी अधिक है. वहीं कोल्हान विश्वविद्यालय में शोध कार्य की स्थिति ठीक नहीं है. पिछले 8 साल से पीएचडी में नामांकन नहीं हो पाए हैं. जिसके कारण नया शोध कार्य नहीं हो पाया.
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नैक वैलिडिटी वर्ष 2021 में ही समाप्त हो चुकी है
इस वर्ष पीएचडी की प्रवेश परीक्षा कोल्हान विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित की गई है. वहीं पिछले सात सालों से विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव नहीं हो पाया है. 2022 में विश्वविद्यालय द्वारा छात्र संघ चुनाव कराने के निर्णय लिया गया था. लेकिन 23 जनवरी तक छात्र संघ का चुनाव कराना संभव नहीं है. ऐसे में कोल्हान विश्वविद्यालय को कम सीजीपीए मिलेंगे. जिससे नैक की ग्रेडिंग घटेगी. वहीं विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. पी के पानी ने कहा है कि नैक ग्रेडिंग के लिए विश्वविद्यालय की ओर से सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. इस बार बेहतर ग्रेडिंग प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा. इसके लिए विश्वविद्यालय के सभी को तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया है. उन्हें उम्मीद है कि कोल्हान विश्वविद्यालय को बेहतर ग्रेडिंग मिलेगी. जिससे कोल्हान विश्वविद्यालय को यूजीसी से मिलने वाली सुविधाएं बढ़ जाएगी. उल्लेखनीय है कि कोल्हान विश्वविद्यालय की नैक वैलिडिटी वर्ष 2021 में ही समाप्त हो चुकी है.
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