Ashok kumar
Jamshedpur : बिष्टुपुर के छगनलाल ज्वेलर्स के दो कर्मचारियों से 14 फरवरी को 32 लाख रुपये की लूट के मामले में शहर की पुलिस को पता चला है कि इस घटना में मुंबई के टप्पेबाज गैंग का हाथ हो सकता है. गैंग के सदस्य रहते हैं मुंबई में, लेकिन एक भी घटना को मुंबई में अंजाम नहीं दिया है. मुंबई को छोड़कर बाकी राज्यों में अपनी गतिविधियों को जारी रखा है. गैंग के सदस्य लखनऊ समेत अन्य राज्यों से गिरफ्तार होकर जेल भी जा चुके हैं. देशभर में फैले टप्पेबाज गैंग के सदस्यों को दबोच पाना जमशेदपुर पुलिस के लिये आसान नहीं होगा.
इसे भी पढ़ें : सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, भारत श्रीलंका में सेना भेजे… श्रीलंकाई हुए आगबबूला, निकाल रहे भड़ास
पुलिसवाला बनकर देते हैं घटना को अंजाम
टप्पेबाज गैंग के बारे में बताया गया कि वे घटना को अंजाम देने के पहले खुद को पुलिसवाला बताते हैं और सादे लिबास में रहते हैं. व्यापारियों की चेकिंग करने के नाम पर वे उन्हें रोकते हैं और फिर अपने तरीके से घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं. ज्वेलरी पहनकर जा रही महिलाओं को सुनसान जगहों पर रोककर हत्या करने की धमकी देकर उनके जेवर लूटकर फरार हो जाते हैं. कुछ जगहों में भूत, प्रेत और टोना टोटका के नाम पर भी लूट की घटनाओं को अंजाम दिया गया है.
शंका नहीं हो इसके लिये अपने ही साथी की करते हैं चेकिंग
ज्वेलरी लूट की जितनी भी घटनायें घटी है उसमें टप्पेबाज गैंग के लोग पहले अपने ही साथी की चेकिंग करते हैं. ताकी अन्य लोगों को लगे कि चेकिंग करने वाला व्यक्ति पुलिसवाला ही है. इसके बाद आम लोग भी आसानी से इनके चंगुल में फंस जाते हैं. साकची में सोना लूट की घटना को भी टप्पेबाज गैंग से ही जोड़कर देखा जा रहा है.
इन शहरों में दे रहे घटनाओं को अंजाम
टप्पेबाज गैंग की बात करें तो उनकी ओर से लखनऊ, महाराष्ट्र, यूपी, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार के अलावा अन्य राज्यों में भी घटनाओं को अंजाम दिया गया है. टप्पेबाज गैंग में सदस्यों की संख्या काफी ज्यादा होने के कारण भी पुलिस को परेशानी होती है. पुलिस जबतक एक घटना का उद्भेदन करने का प्रयास करती है, तबतक दूसरी घटना को वे अंजाम दे देते हैं.
शहर में प्रवेश करने के पहले खरीदते हैं नई बाइक
गैंग के बारे में जानकारों का कहना है कि वे किसी भी शहर में प्रवेश करने के पहले नई बाइक खरीदते हैं. इसके बाद घटना को अंजाम देने के बाद वे बाइक को बेचकर दूसरे शहर में चले जाते हैं. इस कारण से उनकी पहचान पुलिस नहीं कर पाती है. पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज भी होता है, लेकिन जांच में पुलिस के हाथ खाली ही रहती है.
ईरानी गैंग पर है पुलिस को आशंका : एसएसपी
एसएसपी डॉ. एम तमिल वाणन का कहना है कि शहर से 32 लाख रुपये की लूट और साकची से 18 फरवरी की शाम 10 लाख रुपये की सोना की ठगी में पुलिस को मुंबई और लखनऊ के ईरानी गैंग पर शक है. इसके लिये एक टीम को शहर के बाहर भेजा गया है. हालाकि अभी तक गैंग को पुलिस पकड़ नहीं पायी है, लेकिन उम्मीद है कि गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद मामले का उद्भेदन हो सकता है.
इसे भी पढ़ें : रांची : पंचायत चुनाव लड़ रहे एक प्रत्याशी के घर पर बम से हमला