Jamshedpur (Ashok Kumar) : पूर्व सांसद सह आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर कहा है कि आपके नेतृत्व में गणतंत्र दिवस 2023 आ रहा है. आपने 26 नवंबर 2022 को माननीय सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली में संविधान दिवस के अवसर पर जो दिल की बात देश के साथ साझा किया था वह देश की अंतरात्मा को जगाने जैसा है. धन्यवाद. आपने देश से पूछा था कि क्यों अबतक संविधान की आत्मा-प्रियमबल, फंडामेंटल राइटस, फंडामेंटल ड्यूटी आदि गांव-गांव तक गरीबों तक, आदिवासियों-दलितों और वंचितों तक, जेलों में सड़ रहे अधिकांश निर्दोष विचाराधीन कैदियों तक नहीं पहुंच सका है? कौन जिम्मेदार हैं?
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संविधान की आत्मा को घर-घर, जन-जन तक पहुंचाना देश को सच्ची आजादी, प्रगति, गौरव और स्वाभिमान दे सकता है. अन्यथा हम इधर-उधर भटकते रह सकते हैं. अतएव आपसे सविनय निवेदन है 26 जनवरी 2023 तक भारत के संविधान की आत्मा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश जारी करें. इस चुनौती को युद्ध स्तर पर पूरा देश स्वीकार करे. अपने अपने दायित्वों का निर्वहन करें. हम निश्चित सफल हो सकते हैं.
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