Jamshedpur (Anand Mishra) : झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की निदेशक किरण कुमारी पासी ने स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के लिए चयनित साकची कन्या उच्च विद्यालय के निरीक्षण के क्रम में कक्षाओं का भी जायजा लिया. इस दौरान विद्यालय में छात्राओं की उपस्थित लगभग 50 प्रतिशत पायी गयी. इस पर उन्होंने नाराजगी जतायी. इसे लेकर जिला शिक्षा अधीक्षक निशु कुमारी ने स्कूल की प्राचार्य से 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही कहा है कि निर्धारित समय सीमा के अंदर शोकॉज का जावाब नहीं देने की स्थिति में विभागीय स्तर के अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी.
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शोकॉज पत्र में कहा गया है कि निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि सभी कक्षाओं में विद्यार्थियों की उपस्थिति लगभग 50 प्रतिशत थी. 10वीं कक्षा 57 बच्चों से 31 बच्चे उपस्थित. जबकि आपको आगामी मार्च माह में 10वीं बोर्ड परीक्षा होनी है. इससे प्रतीत होता है कि विद्यालय के छात्र/छात्राएं 10वीं की अंतिम परिक्षा के प्रति अभिरूचि नहीं ले रहे हैं तथा यह प्राचार्य की कार्यशैली एवं शिक्षण के प्रति उदासीनता को दर्शाता है. साथ कहा गया है कि विद्यालय में छह शिक्षक होने के बावजुद 11 स्नातक प्रशिक्षु शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए रखा गया है. निरीक्षण के दौरान सभी प्रशिक्षु कक्षा के बाहर अपने-अपने कार्यों में व्यस्त पाये गए. स्पष्टीकरण के माध्यम से पूछा गया है कि किस परिस्थति में प्रशिक्षुओं को विद्यालय में प्रशिक्षण के लिए रखा गया है.
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इधर विद्यालय की प्राचार्य मंजू सिन्हा ने कहा कि अब परीक्षा निजदीक है, अतः यह स्वाभाविक सी बात है कि अब क्लास में बच्चों की संख्या कम होगी. हमने स्कूल को पुनर्जीवित किया है. स्कूल में जब योगदान किया था तब मात्र 35 बच्चे थे, आज करीब 400 से अधिक बच्चे हैं. बहरहाल, बावजूद आगामी दिनों उपस्थिति बढ़ाने की दिशा में यथासंभव प्रयास किया जायेगा.