Jamshedpur (Dharmendra Kumar): झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ और जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसई) के बीच शनिवार को शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं को लेकर वार्ता हुई. वार्ता के संबंध में संघ के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने बताया कि जिला शिक्षा अधीक्षक के साथ विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करने के बाद कई निर्णय लिए गए एवं डीएसई ने सकारात्मक आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि वर्ष1994 में नियुक्त शिक्षकों के वेतन निर्धारण के संबंध में निदेशक प्राथमिक शिक्षा रांची से मार्गदर्शन की मांग की गई है. अंतिम रूप से मार्च 2023 तक उक्त वेतन का निर्धारण कर दिया जाएगा. तृतीय और चतुर्थ ग्रेड की प्रोन्नति विभाग के दिशा निर्देश के आलोक में शीघ्र प्रारंभ की जाएगी.
एमडीएम के चावल को स्कूल तक पहुंचाया जाएगा
डीएसई ने गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त होने के संबंध में कहा कि शीघ्र ही इस पर प्रशासन के साथ मिलकर उचित निर्णय लिया जाएगा. एमडीएम के चावल डोर स्टेप डिलीवरी द्वारा पहुंचाने के लिए निविदा खोली जाएगी. फिर एजेंसी द्वारा चावल विद्यालय तक पहुंचाने की कार्रवाई शीघ्र शुरू की जाएगी. सुदूर क्षेत्र में स्थित विद्यालयों में जहां नेटवर्क की समस्या है उस विद्यालयों की सूची बनाने हेतु प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों को निर्देशित किया जाएगा तत्पश्चात आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
हर महीने के चौथे शनिवार को होगी बैठक
पी एफ एम एस प्रणाली द्वारा राशि निकासी हेतु जो प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी विलंब करते हैं उनके विरुद्ध संघ को शिकायत करने के लिए कहा गया. शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण हेतु प्रत्येक महीने के चौथे शनिवार को सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी एवं संघीय प्रतिनिधियों के साथ बैठक के आयोजन पर सहमति बनी. सहायक शिक्षकों के अवकाश स्वीकृति वे पूर्व की भांति प्रधानाध्यापक से लेंगे एवं एकल विद्यालय के शिक्षक तथा प्रधानाध्यापक प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी से व्हाट्सएप पर लेनी है. अवकाश के दिनों में शिक्षकों से किसी प्रकार का कार्य ना लेने का आश्वासन जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा दिया गया.
यह थे बैठक में मौजूद
वार्ता में मुख्य रूप से संघ की ओर से दाखिन टुडु, अरुण कुमार, रूद्र प्रताप सीट, कृष्ण चंद्र दास, स्वपन मुंडा, टिप्रु तीयु, दुला मांडी, राजेंद्र कर्ण, रमाकांत शुक्ला ,पीथो सोरेन, बबन ओझा, श्यामल मंडल, अनुपम भकत, दशरथ सरदार, सुधीर चंद्र मुर्मू, समीर कुमार, शिवाजी सिंह बबन सिंह, किशोर महंती, पुलीन कूईला, रविंद्र नाथ मुर्मू ,खुदीराम महाली, शाहिद इकबाल,जीत राय सोरेन, गोपाल आदि अन्य संघीय प्रतिनिधि शामिल थे.