Patna : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय बजट को सकारात्मक और स्वागतयोग्य बताया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण पिछले दो वर्षों में देश का विकास प्रभावित रहा है. इस विषम परिस्थिति से निकलने तथा देश के विकास की गति को तेज करने के लिए बजट के माध्यम से कई कदम उठाए गये हैं, जो सराहनीय है. केंद्र सरकार ने देश में बड़े आधारभूत संरचनाओं के निर्माण का निर्णय लिया है, जो स्वागत योग्य है.
विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए था
वहीं, जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्रीय बजट को विकसित राज्यों के लिए ऐतिहासिक, परंतु बिहार के लिए निराशाजनक बताया है. उन्होंने ट्वीट किया है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को अनसुना कर हम सभी बिहारवासियों को निराश किया है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कहते हैं कि जब तक पीछे राज्यों को विकसित नहीं किया जाएगा, तब तक देश का विकास नहीं हो सकता है. ऐसे में बिहार के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए था. उन्होंने कहा कि बजट से हम लोगों को बड़ी उम्मीद थी. वैसे बजट में कई अच्छे फैसले भी लिए गए हैं और खासकर जो विकसित राज्य हैं उनके लिए यह बजट ऐतिहासिक और प्रशंसनीय है लेकिन बिहार जैसे पिछड़े राज्य के लिए यह निराशाजनक है.
केन्द्रीय बजट विकसित राज्यों के लिए ऐतिहासिक, परन्तु #बिहार के लिए निराशाजनक है। वित्तमंत्री श्रीमती @nsitharaman जी ने बिहार को #विशेष_राज्य का दर्जा देने की मांग को अनसुना कर हमसभी बिहारवासियों को निराश किया है।#देश_के_प्रधान_बिहार_पर_दें_ध्यान #BudgetSession2022
— Upendra Kushwaha (@UpendraKushJDU) February 1, 2022
जगदानंद सिंह ने आम बजट को एक बार फिर झूठ का पुलिंदा करार दिया
इधर, राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह ने आम बजट को एक बार फिर झूठ का पुलिंदा करार दिया और कहा कि बिहार के लिए ये बजट अत्यंत निराशाजनक है, क्योंकि बिहार को इससे कुछ भी नहीं मिला. अगर केंद्र सरकार ने 60 लाख लोगों को रोजगार की बात की है, तो यह बताना चाहिए कि किस सेक्टर के जरिए वे यह नौकरियां देंगे. क्योंकि सरकार पहले भी दो करोड़ नौकरी देने का जुमला दे चुकी है. लेकिन लोगों के हाथ कुछ नहीं लगा. बड़ी संख्या में लोगों की नौकरियां चली गईं. उसका हिसाब कौन देगा. वरिष्ठ राजद नेता ने साफ कहा कि जितनी बार भी नरेंद्र मोदी सरकार ने बजट पेश किया है, यह हर बार झूठ का पुलिंदा साबित हुआ है. विशेष राज्य के दर्जा को लेकर जगदानंद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा है कि आखिर वह किसके सामने रोना रो रहे हैं. उनकी पार्टी खुद केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल है, तो इस बात का दिखावा क्यों कर रहे हैं कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला. जगदानंद सिंह ने यह भी कहा है कि नीतीश कुमार को जवाब देना चाहिए कि जब हमारी सरकार थी और हमने विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की थी, तब वे वाजपेयी की एनडीए सरकार में केंद्रीय मंत्री थे. उस वक्त उन्होंने बिहार का साथ क्यों नहीं दिया था और अब दिखावा कर रहे हैं.
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