Ranchi : मणिपुर हिंसा की जांच के लिए सीबीआई की एसआईटी में झारखंड कैडर के आईपीएस अधिकारी को भी शामिल किया गया है. वर्ष 2015 बैच के आईपीएस सुभाष चंद्र जाट को प्रतिनियुक्ति पर सीबीआई में भेजा गया है. इसको लेकर गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने आदेश जारी किया है. जारी आदेश में कहा गया है कि आईपीएस अजय कुमार सिन्हा को मणिपुर हिंसा से संबंधित कांड की जांच के लिए सीबीआई में प्रतिनियुक्ति किया गया था. लेकिन स्वास्थ्य कारणों की वजह से अजय कुमार सिंह की प्रतिनियुक्ति निरस्त की जाती है और उनके स्थान पर आईपीएस सुभाष चंद्र जाट को सीबीआई में प्रतिनियुक्त किया जाता है. बता दें कि मणिपुर हिंसा की जांच पर सुप्रीम कोर्ट खुद नजर रखे हुए हैं. (पढ़ें, रंका : फांसी के फंदे से लटकता मिला व्यक्ति का शव, जांच में जुटी पुलिस)
तीन मई को शुरू हुई थी मणिपुर में हिंसा
बता दें कि इस साल तीन मई को मणिपुर में पहली बार जातीय हिंसा भड़कने के बाद से 160 से अधिक लोग मारे गये थे. वहीं सैकड़ों लोग घायल भी हुए थे. बहुसंख्यक मेइती समुदाय की अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च आयोजित किये जाने के दौरान यह हिंसा भड़की थी. मणिपुर की कुल आबादी में मेइती समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं, जबकि आदिवासी नगा और कुकी समुदाय के लोगों की संख्या 40 प्रतिशत है और वे ज्यादातर पहाड़ी जिलों में रहते हैं.
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