Saurav Singh
Ranchi : झारखंड में नक्सली संगठनों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लगातार… जारी है. पुलिस की कार्रवाई से नक्सली संगठनों का शीर्ष नेतृत्व के कमजोर पड़ने के बाद निचले स्तर के नक्सली और उग्रवादी अपने मंसूबे में सफल नहीं हो पा रहे हैं.
इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस वर्ष एक जनवरी से अब तक राज्य में 10 छोटे-बड़े ईनामी नक्सली मारे जा चुके हैं, या पकड़े गये हैं. इसके अलावा चार इनामी नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया.
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शीर्ष स्तर नक्सली जो हो चुके हैं भूमिगत, अब नहीं दिखती सक्रियता
राज्य में अलग-अलग नक्सली संगठन के शीर्ष स्तर के नक्सली भूमिगत हो चुके हैं. जिनमें एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस मिसिर बेसरा और असीम मंडल के अलावा चमन, अनल दा, लालचंद हेम्ब्रम, रघुनाथ हेम्ब्रम, अजीत उरांव उर्फ चार्लिस, संदीप यादव, अजय महतो, संजय महतो, बुद्धेश्वर उरांव, नवीन, छोटू जी, मार्टिन केरकेट्टा, रमेश गंझू, मोछू, आक्रमण, मुकेश, कृष्णा हांसदा, मुराद जी, रामप्रसाद मार्डी सहित कई ऐसे नक्सली हैं, जो भूमिगत हो गये हैं.
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10 इनामी नक्सली पकड़े गये या मारे गये
3 मई: चतरा पुलिस ने रांची के अरगोड़ा न्यू पिपरा टोली में पत्नी के साथ छुपकर रह रहे टीएसपी के सब जोनल कमांडर दिनेश गंझू उर्फ सौरभ गंझू को गिरफ्तार किया था. उसपर पांच लाख का इनाम था.
6 जून: चतरा पुलिस ने पांच लाख रुपये के इनामी टीपीसी के सबजोनल कमांडर कामख्या उर्फ अनिश्चय गंझू उर्फ कड़क को गिरफ्तार कर लिया था.
1 नवंबर: माओवादी संगठन का एक लाख इनामी और कई कांडों में वांछित नक्सली जोसेफ अंगरिया चाई को चाईबासा पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
18 नवंबर: चतरा पुलिस ने टीपीसी के सब जोनल कमांडर पांच लाख के इनामी नक्सली कृष्णा गंझू को गिरफ्तार किया था.
6 दिसंबर: पीएलएफआइ के एक लाख रुपये के इनामी कमांडर लारा तोपनो उर्फ ढुलू तोपनो को गुमला जिले के कामडारा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
21 दिसंबर: पीएलएफआइ उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ का रिजनल कमांडर 15 लाख रुपये के इनामी जीदन गुड़िया को खूंटी पुलिस ने मार गिराया.
22 दिसंबर: रांची पुलिस ने पीएलएफआई उग्रवादी दो लाख रुपये के इनामी पुनई उरांव को भी मार गिराया.
28 दिसंबर: भाकपा माओवादी के हार्डकोर नक्सली प्रशांत मांझी, सुधीर किस्कू और प्रभा दी उर्फ सोरेन के गिरिडीह पुलिस ने गिरफ्तार किया. तीनो के ऊपर 10-10 लाख का इनाम घोषित था.
चार इनामी नक्सलियों ने किया सरेंडर
23 जनवरी: आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर लातेहार जिले में आतंक के पर्याय बने टीपीसी सब जोनल कमांडर गोपाल उर्फ वासुदेव गंझू ने रांची एसएसपी के समक्ष हथियार डाल दिया. वासुदेव गंझू पर 5 लाख का इनाम घोषित था.
8 जून: नक्सली महाराज प्रमाणिक दस्ते के एरिया कमांडर राकेश मुंडा उर्फ सुखराम मुंडा ने सराइकेला पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था. उसपर दो लाख का इनाम घोषित था.
13 अक्टूबर: रांची, खूंटी और सरायकेला खरसावां जिले के लिए आतंक का पर्याय रहे कुख्यात पांच लाख का इनामी नक्सली सब जोनल कमांडर बोयदा पहान ने अपने तीन साथियों के साथ रांची पुलिस के समक्ष सोमवार को आत्मसमर्पण कर दिया था.
1 दिसंबर: झारखंड के चतरा जिले में 5 लाख का इनामी टीपीएससी का सबजोनल कमांडर उदेश गंझू उर्फ सुकुल ने आज सरेंडर कर दिया. कई मामलों में पुलिस को उसकी तलाश थी.
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