Ranchi : रिम्स में डॉक्टर और मरीजों के परिजनों के बीच मारपीट की घटना की खबर तो आपने अक्सर सुनी होगी, लेकिन आज रविवार को यहां एनआईए के अधिकारी और डॉक्टर-नर्स के बीच ना सिर्फ नोकझोंक हुई, बल्कि मामला हाथापाई तक पहुंच गया. दरसअल मिली जानकारी के मुताबिक एनआईए के अधिकारी शनिवार की शाम को हजारीबाग जेल से उग्रवादी राधेश्याम का इलाज करवाने के लिए रिम्स पहुंचे थे. राधेश्याम उर्फ विमल यादव भाकपा माओवादी का 25 लाख का इनामी है,. बीते दिनों राधेश्याम ने झारखंड पुलिस के समक्ष सरेंडर किया था, जिसके बाद एनआईए उसे पांच दिनों के रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है.
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उसका इलाज रिम्स के कैदी वार्ड में चल रहा था. जानकारी के अनुसार एनआईए के अधिकारी ऑन ड्यूटी नर्स से बीपी जांच करने की बात कह रहे थे. बीपी जांच में थोड़ी देर हुई, जिसके बाद एनआईए के अधिकारी ने अपना मोबाईल फोन निकालकर वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया. यह बात ऑन ड्यूटी नर्स और डॉक्टर को नागवार गुजरी. आरोप है कि उन्होंने एनआईए अधिकारी का मोबाईल फोन छीन लिया. जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया.
कैदी वार्ड पहुंच कर चिकित्सा अधीक्षक ने की पूछताछ
घटना की जानकारी मिलने पर रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ हीरेन बिरुआ दल-बल के साथ कैदी वार्ड पहुंचे. उन्होंने यहां पहुंचकर करीब आधे घंटे तक ड्यूटी पर तैनात नर्स और यहां पर तैनात जवानों से पूछताछ की.
पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों को दी गयी घटना की जानकारी
रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ हीरेन बिरुआ ने कहा कि घटना की जानकारी मिली है. एनआईए के ऑफिसर और ऑन ड्यूटी डॉक्टर के बीच बकझक हुई है. फिलहाल मामले को सुलझा लिया गया है. घटना की पूरी जानकारी पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों को भी दे दी गयी है.