Ranchi : राज्य की महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए महिला आयोग का गठन किया गया है. लेकिन झारखंड में महिला आयोग का अध्यक्ष पद पिछले एक साल से खाली पड़ा हुआ है. वर्तमान में झारखंड महिला आयोग बिना अध्यक्ष और सचिव का ही संचालित हो रहा है. बता दें कि इससे पहले अध्यक्ष रही कल्याणी शरण छह जून 2021 को रिटायर हो चुकी हैं. जिसके बाद से महिला आयोग का अध्यक्ष पद खाली पड़ा हुआ है. जिसकी वजह से कई मामले लंबित पड़े हुए है. (साक्ष्य नहीं मिलने के कारण मेरी सरकार में पूजा सिंघल को मिली थी क्लीन चिट- रघुवर दास )
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3174 से ज्यादा मामले लंबित
जानकारी के मुताबिक पिछले एक साल से राज्य के महिला आयोग में अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति नहीं हुई है. आयोग में अध्यक्ष समेत पांच सदस्यों की नियुक्ति का प्रावधान है. नियुक्तियां न होने से महिला आयोग में 3174 मामले लंबित पड़े है. पिछले एक साल से अधिक समय से यहां किसी तरह की सुनवाई नहीं हुई है.
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एक अध्यक्ष के अलावा पांच सदस्यों के पद सृजित
झारखंड सरकार के अधीन चलने वाला राज्य महिला आयोग जहां पीड़ित महिलाओं की फरियाद की सुनवाई होती है. आयोग में एक अध्यक्ष के अलावा पांच सदस्यों के पद सृजित हैं. जो मनोनयन के आधार पर नियुक्त किये जाते हैं. जानकारी के मुताबिक राज्य महिला आयोग में कार्यरत कर्मियों को पिछले एक साल से वेतन तक नहीं मिली है. दरअसल आयोग के नियमानुसार अध्यक्ष या महिला सचिव को वित्तीय अधिकार हैं जिससे वेतन या अन्य मद की निकासी हो सकती है.
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लगातार बढ़ रही शिकायतों की संख्या
महिला आयोग में हर दिन महिलाओं से संबंधित शिकायतों की समस्या बढ़ रही है, लेकिन अध्यक्ष समेत अन्य सदस्यों के नहीं होने के वजह से इस पर सुनवाई नहीं हो पा रही है. ना ही मामले का निष्पादन हो रहा है. जिस वजह से लंबित मामलों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.
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