Ranchi: कोरोना की चपेट में आने के बाद से शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की हालत में कुछ खास सुधार देखने को नहीं मिला है. शिक्षा मंत्री के अच्छे स्वास्थ्य की कामना उनके परिजनों के साथ-साथ पूरा राज्य भी कर रहा है. लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ने का सबसे ज्यादा प्रभाव विद्यार्थियों पर पड़ रहा है. मालूम हो कि सीबीएसइ की तर्ज पर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने स्कूलों के पाठ्यक्रम में कटौती की घोषणा तो बहुत पहले ही कर दी थी.
लेकिन इस घोषणा को 4 महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी अब तक कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है. मालूम हो कि पाठ्यक्रम में परिवर्तन के लिए जुलाई में ही कमेटी का गठन किया गया था. लेकिन अभी तक भी पाठ्यक्रम को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की जा सकी है.
जबकि मार्च-अप्रैल में मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा प्रस्तावित है. बता दें कि सीबीएसइ ने भी पाठ्यक्रम में कटौती की है. कटौती के बाद नया सिलेबस जुलाई में जारी भी कर दिया गया था.
शिक्षक भी हैं असमंजस में
कई स्कूल कॉलेजों के शिक्षकों से बात करने पर उन्होंने बताया कि ऑनलाइन क्लासेज तो लगातार लिये जा रहे हैं. लेकिन पाठ्यक्रम में कटौती के कारण हमें भी काफी कंफ्यूजन है कि क्या पढ़ाएं और क्या नहीं. वहीं दूसरी ओर विद्यार्थी भी इस विषय में परेशान नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि उन्हें समझ ही नहीं आ रहा है कि कौन से चैप्टर पढ़ने हैं कौन से नहीं. इससे मैट्रिक और इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों की तैयारी भी प्रभावित हो रही है.
क्या कहा था शिक्षा मंत्री ने
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने आठ जुलाई को मैट्रिक के रिजल्ट प्रकाशन के दौरान कहा था कि विद्यालय बंद होने के कारण बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है. शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों को ऑनलाइन मेटेरियल भेजा जा रहा है, पर सभी बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में आगामी परीक्षाओं को लेकर बच्चों को राहत दी जायेगी और पाठ्यक्रम में भी परिवर्तन किये जायेंगे.
28 सितंबर को पाये गये थे कोरोना पॉजिटिव
गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री 28 सितंबर को कोरोना संक्रमित पाये गये थे, इसके बाद उन्हें रिम्स के कोविड सेंटर में भर्ती कराया गया था. लेकिन सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए एक अक्तूबर को रांची स्थित मेडिका अस्पताल में शिफ्ट कराया गया. पिछले 20 दिनों से वे अस्पताल में भर्ती है.
सीएम ने भी ली थी स्वास्थ्य की जानकारी
गुरुग्राम के मेदांता के वरिष्ठ चिकित्सकों ने कल वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए उनके स्वास्थ्य के बारे में इलाज कर रहे डॉक्टरों के साथ मीटिंग की. वहीं देर शाम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने भी मेदांता अस्पताल पहुंचकर डॉक्टरों और मंत्री के परिजनों से विचार-विमर्श किया.
शिक्षामंत्री का इलाज कर रहे चिकित्सकों ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण जगरनाथ महतो का फेफड़ा संक्रमित हो गया है और उसे ट्रांसप्लांट करने की तैयारी की जा रही है. इसके साथ ही शनिवार को बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास तथा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने रांची स्थित शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के आवास पर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की थी.