Ranchi : कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देश में पैदा हुई ऑक्सीजन की भारी किल्लत से इतर केंद्र सरकार का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत रिपोर्ट नहीं हुई है. केंद्र सरकार के जवाब से विपक्ष (झारखंड में सत्तारूढ़ जेएमएम) भड़क गया है. पार्टी प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने इसे भाजपा की एक सुनियोजित झूठ बताते हुए आरोप लगाया है. कहा कि सरकार संसद के जरिये देश को गुमराह कर रही है. हर किसी ने देखा है कि कैसे दिल्ली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों की जानें गयी हैं. इस दौरान सुप्रियो भट्टाचार्य ने इजरायल की कंपनी के साथ मिलकर ईवीएम मशीन हैक और पेगासस दवारा कर्नाटक और मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार बनाने का भी आरोप लगाया.
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संकट में करायी जा रही थी जासूसी
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब पूरा देश संकट में था, तब पेगासास के माध्यम से केंद्र सभी का जासूसी करा रहा था. भाजपा नेताओं ने कर्नाटक और मध्यप्रदेश में गलत तरीके से सरकार भी इसी पेगासस द्वारा बनायी. इसमें संदेह नहीं कि पेगासास द्वारा राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्रालय के सभी शीर्ष अधिकारियों (रॉ, आईबी) की भी जासूसी की गयी हो. अगर ऐसा नहीं है तो केंद्र को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.
जेएमएम नेता ने कहा कि 2017 में भाजपा के शीर्ष नेता और चुनाव प्रबंधक दुबई के बुर्ज खलीफा होटल में ठहरे थे. उस दौरान इजरायल की एक कंपनी के साथ ईवीएम मशीन हैक करने का समझौता किया गया था. हमारे पास इसका सबूत है. समय आने पर हम देशवासियों के सामने वह सबूत पेश करेंगे.
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राज्यों को कभी तरजीह नहीं दी
सुप्रियो ने कहा कि देश के करोड़ों लोगों ने इस महामारी में अपनों को खोया है. इसमें पत्रकार साथी भी शामिल हैं. कोरोना मरीज के परिजन 25,000 से 30,000 ब्लैक में एक ऑक्सीजन सिलेंडर खऱीदने को विवश थे. रेल मंत्री ट्वीट कर कहते थे कि ऑक्सीजन लाने के लिए स्पेशल ट्रेन चलायी गयी है. लेकिन आज केंद्र बोल रही है कि कोरोना काल में देश में किसी भी जान ऑक्सीजन की कमी से नहीं गयी है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में केंद्र ने राज्यों को बंधुआ मजदूर बनाकर रख दिया था. केंद्र कहती थी कि राज्यों ने कोविड की कोई रिपोर्ट नहीं दी. केंद्र को बताना चाहिए कि क्या कोरोना काल में उन्होंने राज्यों को किसी तरह की कोई तरजीह दी. भाजपा शासित उत्तर प्रदेश के अस्पताल जब कहते थे कि ऑक्सीजन की कमी हो गयी है, तो उनपर देशद्रोह का मुकदमा दायर कर देते थे. जो पत्रकार कोरोना की सच्चाई दिखाते थे, उनके साथ भी ऐसा ही किया गया.
ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत की जिम्मेदार केंद्र सरकार- बन्ना गुप्ता
जेएमएम के साथ स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कोरोना का काल के दौरान हुई मौत का जिम्मेवार केंद्र को ठहराया. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से इसलिए मौतें हुईं क्योंकि सरकार ने ऑक्सीजन निर्यात 700% तक बढ़ा दिया था. सरकार ने ऑक्सीजन ट्रांसपोर्ट करने वाले टैंकरों की व्यवस्था नहीं की. इसके अलावा अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने में कोई सक्रियता नहीं दिखाई. बन्ना गुप्ता ने स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार के बयान को गैर जिम्मेदाराना बताया. स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने अपने बयान में कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में ऑक्सीजन के अभाव में किसी भी मरीज की मौत की खबर नहीं मिली है. साथ ही ऑक्सीजन से हुई मौत पर स्वास्थ्य मंत्री ने पीएम मोदी से देश की जनता से सार्वजनिक माफी मांगने की बात कही है.